नयी दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह आज बुधवार को कांग्रेस का दमन थाम लिया है । बताते चले एक जमाने में अटल बिहारी वाजपेयी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री रहे भाजपा नेता जसवंत सिंह के विधायक बेटे मानवेंद्र सिंह 17 अक्टूबर को नयी दिल्ली में कांग्रेस पार्टीमें शामिल होने जा रहे हैं। अगले महीने होने जा रहेके मद्देनजर इससे पहले बगावत के तेवर दिखाते हुए मानवेंद्र ने पिछले ही महीने बाड़मेर में स्वाभिमान रैली की व ‘कमल का फूल, बड़ी भूल’ कहते हुए भाजपा से अलग होने का ऐलान किया था। भाजपा व खासकर मुख्यमंत्री वसंधुरा राजे से लंबे समय से असंतुष्ट चल रहे मानवेंद्र ने 2013 का विधानसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से लड़ा व जीता था।
जानिए क्या है पूरा ममला
मानवेंद्र सिंह के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के विषय में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस पार्टी समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा, ‘मानवेंद्र सिंह बुधवार को नयी दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। ‘ उन्होंने बोला कि मानवेंद्र के आने से कांग्रेस पार्टी व मजबूत होगी। कांग्रेस पार्टी नेता ने कहा, ‘भाजपा छोड़कर जाने वालों की लंबी सूची है व पार्टी को आत्ममंथन करना चाहिए कि यह क्यों हो रहा है। हम मानवेंद्र सिंह का स्वागत कर रहे हैं व इससे कांग्रेस पार्टी व मजबूत होगी। ‘ पायलट ने यह भी बोला कि पार्टी सुनिश्चित करेगी कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी सक्रिय भागीदारी हो।
कांग्रेस की रणनीति
कांग्रेस पार्टी नेताओं का मानना है कि मानवेंद्र के पार्टी में आने का लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में मिलेगा क्योंकि इससे राजपूत मतदाताओं के वोट पार्टी को मिलेंगे, वहीं भाजपा के अनुसार यह मानवेंद्र सिंह का ‘राजनीतिक रूप से गलत फैसला’ है व इससे कोई असर नहीं पड़ेगा, राजपूत मतदाता पार्टी के साथ ही रहेंगे।
कांग्रेस के बाड़मेर जिला अध्यक्ष फतेह खान ने बोला कि राजपूत समुदाय भाजपा से खुश नहीं था व मानवेंद्र सिंह के कांग्रेस पार्टी में आने से पार्टी के लिए जीत की राह व मजबूत होगी।उन्होंने कहा,’ राजपूतों का बड़ी संख्या में वोट हैं जो वसुंधरा राजे गवर्नमेंट से नाखुश चल रहे थे। मानवेंद्र के आने से कांग्रेस पार्टी को लाभ होगा। ‘ पश्चिमी राजस्थान में अनेक सीटों पर राजपूत मतदाता निर्णायक किरदार निभाते आ रहे हैं।
दूसरी ओर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मानवेंद्र के आने से राजपूतों के साथ साथ राजपुरोहित, चारण और प्रजापत मतदाताओं का समर्थन भी कांग्रेस पार्टी को मिल सकता है।
वहीं बीजेपी का कहना है कि मानवेंद्र के इस कदम का पश्चिमी राजस्थान में पार्टी की संभावनाओं पर कोई प्रभाव नहीं होगा। संसदीय काम मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा,’ मानवेंद्र सिंह का यह राजनीतिक रूप से गलत निर्णय है जिसका पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं होगा। राजपूत मतदाता बीजेपी के साथ रहे हैं व बीजेपी के ही साथ रहेंगे। ‘ राठौड़ ने बोला कि मानवेंद्र को यह निर्णय करने से पहले सोचना चाहिए था। इसके साथ ही उन्होंने आगाह किया कि कांग्रेस पार्टी में उनके साथ बड़ा धोखा हो सकता है।
उन्होंने दावा किया कि राजपूत भाजपा के पारंपरिक मतदाता रहे हैं व मानवेंद्र के जाने से इस पर कोई असर नहीं पडेगा। राजपूत वोट केवल भाजपा के साथ ही रहेंगे। बाड़मेर के शिव विधानसभा एरिया से भाजपा उम्मीदवार मानवेंद्र सिंह ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 31 हजार 425 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।