लखनऊ। राजधानी में हुए आज विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे पुत्र अभिजीत की आज यहां संदिग्ध हालात में मौत से पुरे इलाके में हाहाकार मच गया। सभापति के पुत्र अभिजीत यादव की लाश दारुलशफा विधायक निवास के डी ब्लॉक के कमरा नम्बर 28 में मिली। पुलिस पड़ताल में लगी है जबकि परिवार के लोग बता रहे हैं कि सीने में अचानक दर्द के बाद अभिजीत ने दम तोड़ा है। सभापति रमेश यादव अभी तक आए नहीं हैं।
अभिजीत उर्फ विवेक का शव जहां मिला है, उस कमरे में उनके बड़े भाई और मां भी थे। परिवार के लोगों का कहना है कि विवेक के आज सुबह अचानक तेज दर्द उठा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही 21 वर्षीय अभिजीत 21 का शव अंतिम संस्कार के लिए भेज दिया।
इसकी जानकारी होने पर हजरतगंज पुलिस ने अंतिम संस्कार रुकवा दिया। परिवार में प्रापर्टी का विवाद आया सामने। विवेक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। विधान परिषद सदस्य रमेश यादव की दूसरी पत्नी मीरा यादव ने कहा मेरी और बड़े बेटे अभिषेक की जान को खतरा है। रमेश यादव हमारी हत्या करवा सकते हैं।
परिवार का कहना है कि विवेक शनिवार रात करीब 11 बजे घर आया था। तब उसने सीने में दर्द की जानकारी मां को दी थी। मां ने सीने में मालिश कर उसे सुला दिया था। सुबह जब काफी देर तक अभिजीत नहीं उठा तो मां उसे उठाने पहुंची। शरीर में कोई हरकत न होती देख भाई को भी बुलाया।
भाई ने विवेक की नब्ज जांची तो पता चला उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौत को संदिग्ध बताया है, लेकिन परिवार की ओर से कोई शिकायत दर्ज न कराने पर शव को परिवार के हवाले कर दिया। माना जा रहा है कि विवेक की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई है।