लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए समाजवादी पार्टी ने बुधवार को 12 प्रत्याशियों की सूची जारी की. इसमें प्रतापपुर से विजमा यादव, इलाहाबाद पश्चिम से अमरनाथ मौर्या, इलाहाबाद दक्षिण से रईस चंद्र शुक्ला, हैदरगढ़ से राममगन रावत, मटेरा से मोहम्मद रमजान, कैसरगंज से मसूद आलम खान, भिन्गा से इंद्राणी वर्मा, श्रावस्ती से मोहम्मद असलम राईनी, बाराबंकी के जैदपुर से गौरव रावत और चित्रकूट के मानिकपुर से वीर सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है. सपा की इस 12 प्रत्याशियों की सूची में 2 महिलाएं, एक ब्राह्मण, दो यादव और तीन मुस्लिम उम्मीदवार हैं.
सपा ने रायबरेली सीट से राम प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया है. साल 2000 में आरपी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़े थे, लेकिन महज 100 वोटों से चुनाव हार गए थे. 2012 के चुनाव में उन्होंने अदिति सिंह के पिता अखिलेश सिंह से मुकाबलता किया था, लेकिन हार गए. 2012 में आरपी यादव को सिर्फ 50 हजार वोट मिले थे. 2017 में रायबरेली सीट गठबंधन में कांग्रेस के खाते में चली गई थी. राम प्रताप यादव को अपने क्षेत्र के जातीय समीकरण पर पूरा विश्वास है. इस सीट पर करीब 65 हजार यादव मतदाता हैं. इसके साथ ही 42 हजार मुस्लिम, 40 हजार ब्राह्मण करीब 75 हजार दलित मतदाता हैं. आरपी यादव को भरोसा है कि मुस्लिम-यादव के साथ उन्हें दूसरी जातियों का भी समर्थन मिलेगा.
सपा प्रत्याशियों की इस लिस्ट में पूर्व विधायक विजमा यादव का भी नाम शामिल है. विजमा यादव जवाहर यादव उर्फ पंडित की पत्नी हैं. जवाहर यादव की गोली मारकर हत्या की गई थी. समाजवादी पार्टी ने उनकी पत्नी विजमा को प्रयागराज की प्रतापपुर सीट से टिकट दिया है. बसपा से सपा में आने वाले असलम राईनी को पार्टी ने श्रावस्ती से प्रत्याशी बनाया है. असलम राईनी ने कहा था कि बसपा भटक चुकी है. कांशीराम के अधूरे सपनों को अखिलेश ही पूरा कर सकते हैं.