शनिवार को महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी में फूट पड़ गई। महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल समाजवादी पार्टी ने महाविकास आघाड़ी से बाहर होने की घोषणा की है। इतना ही नहीं, समाजवादी पार्टी के दो सदस्यों और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एसपी के एक सदस्य ने विधायक पद की शपथ भी ली है। जबकि महाविकास आघाड़ी ने आज अपने सदस्यों को विधायक पद की शपथ न लेने का निर्देश दिया था।
महाविकास आघाड़ी से अलग हुई सपा
समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने पत्रकारों को बताया कि महाविकास आघाड़ी में कभी तालमेल नहीं रहा। जब चुनाव शुरू हुआ तो टिकटों के बंटवारे को लेकर आपस में गुत्थमगुत्थी मची हुई थी। चुनाव प्रचार के दौरान महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने सहयोगी दलों को कभी विश्वास में नहीं लिया। चुनाव के बाद भी महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों में कोई तालमेल नहीं है। इसलिए वे महाविकास आघाड़ी से बाहर निकलने का निर्णय ले रहे हैं। अबू आसिम आजमी ने बताया कि आज वे और उनके एक और सदस्य ने विधायक पद की शपथ ली है।
महाविकास आघाड़ी ने आज विधायक पद की शपथविधि के बहिष्कार का निर्णय लिया था। लेकिन महाविकास आघाड़ी की सहयोगी समाजवादी पार्टी ने इसे दरकिनार कर विधायक पद की शपथ ली। इसी तरह महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा एसपी) के एक विधायक बापू पाठारे ने भी महाविकास आघाड़ी के बॉयकॉट को नजरअंदाज कर विधायक पद की शपथ ली। महाविकास आघाड़ी में शिवसेना यूबीटी को 20, कांग्रेस पार्टी को 16, राकांपा एसपी को 10 और समाजवादी पार्टी को 2 सीटें मिलीं हैं।