
मैनपुरी – राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी ने आज विकासखंड घिरोर के ग्राम बिघरई में मिशन शक्ति के अंतर्गत चैपाल लगाकर महिला उत्पीड़न एवं शोषण के विरुद्ध शिकायतों को गंभीरता से सुना, 31 मार्च तक आयोजित होने वाले पोषण पखवाड़े के अंतर्गत 02 गर्भवती महिलाओं एवं 02 कुपोषित बच्चों का अन्नप्राशन भी कराया गया। उन्होने महिलाओं-बालिकाओं का आह्वान करते हुए कहा कि महिलाओं, बालिकाओं के कल्याणार्थ संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी करें और उनका लाभ लें, आज समाज में बेटियों को बराबर का हक दिया जा रहा है और वह तेजी से आगे बढ़कर हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं, सभी लोग बेटियों को आगे बढ़ने में उनकी मदद करें, केंद्र, प्रदेश सरकार बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा के साथ-साथ उनके स्वावलंबन की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है।
उन्होने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं लागू कर गरीब माॅ-बाप के सिर से बेटी की पढ़ाई, उसके विवाह की चिंता दूर की, कन्या भ्रूण हत्या रोकने की दिशा में तेजी से कार्य किया गया, महिलाओं, बेटियों को सम्मान मिले और वह आत्मनिर्भर हों इसके लिए महिलाओं को केन्द्र बिन्दु रख तमाम योजनाएं संचालित हैं।
राज्य महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि किशोरियों, महिलाओं का आत्मसम्मान, मान-सम्मान, विश्वास बढ़े इसके अन्तर्गत पोषण, स्वाच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जाये, उन्हें आयरन की गोलियों का सेवन करने तथा एनीमिया से बचाव के बारे में भी जागरूक किया जाये, कुपोषण से ग्रसित बच्चों, एनीमिया से ग्रसित गर्भवती महिलाओं, किशोरियों पर विशेष फोकस किया जाये। उन्होने किशोरियों से कहा कि मन में आत्मविश्वास पैदा करें यदि कहीं कोई समस्या हो तो बेझिझक अपने परिजनों को बताएं, ऐसा कोई कृत्य न करें, जिसे परिजनों को बताने में शर्मिंदगी महसूस हो, शासन स्तर से महिलाओं-बालिकाओं के साथ-साथ समाज के हर तबके के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए तमाम योजनाएं संचालित हैं, जिसका लाभ पात्रों को दिया जा रहा है यदि किसी पात्र को योजना का लाभ मिलने में कोई असुविधा हो तो अपने संबंधित अधिकारी से संपर्क कर संज्ञान में लाएं।
राज्य महिला आयोग की सदस्य सुमन चतुर्वेदी ने सभी का आव्हान करते हुये कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तीकरण के लिए कृत संकल्पिक है, किसी भी महिला का उत्पीड़न, शोषण किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, पीड़ित महिलाओ की सुनवाई न करने वालों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही होगी, महिला उत्पीड़न से संबंधित जो भी प्रकरण न्यायालय में चल रहे है, ऐसे वादों का राज्य महिला आयोग संज्ञान नहीं लेता। उन्होने कहा है कि पीड़ित महिलायें कोर्ट में जाने से पूर्व अपनी शिकायत राज्य महिला आयेाग के समक्ष प्रस्तुत करें ताकि उनकी समस्याओं को सक्षम अधिकारीगणों के माध्यम से समयबद्ध ढंग से निस्तारण कराया जा सके। उन्होने कहा कि कोई भी परिवार टूटने न पाये यही आयोग का मूल उद्देश्य है, कई मामलो में दोनो पक्षो को बुलाकर आपसी सुलह-समझौते के आधार पर आयोग की सदस्यांे द्वारा सहमति के आधार पर उनकी समस्याओ का समाधान कराया जा रहा है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी घिरोर अनिल कटियार, जिला प्रोबेशन अधिकारी अरविंद कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी अलका मिश्रा, सीडीपीओ, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, आशा, एएनएम, पुलिस विभाग के अधिकारी, शिक्षक, ग्राम प्रधान एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण बंधु आदि उपस्थित रहे।










