लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने वाराणसी के शिवपुर क्षेत्र से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके टैंकर से 142 किलोग्राम गांजा बरामद किया। बरामद गांजे की कीमत करीब आठ लाख रुपये आंकी गई है। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने रविवार को यहां यह जानकारी दी।
ओडिशा से आ रही गांजे की खेप
उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि कुछ तस्कर आन्ध्र प्रदेश,आेडिसा, बिहार,असम और छत्तीसगढ़ आदि राज्यों से अवैध मादक पदार्थाें की अन्तर्राज्यीय स्तर पर तस्करी करने वाले गिराेहाें के सदस्य सक्रिय हैं और आेडिसा से गांजा की बड़ी खेप लेकर बिहार की तरफ से एक टैंकर में आ रहे है ।ये लोग वाराणसी हाेते हुये आजमगढ़, देवरिया जायेगें।
वाराणसी एसटीएफ इकाई ने पकड़ा
उन्होंने बताया कि इस सूचना पर वाराणसी एसटीएफ इकाई के पुलिस उपाधीक्षक विनोद कुमार सिंह के नेतृत्व में लखनऊ नाॅरकाेटिक्स कण्ट्रोल ब्यूराे (एनसीबी) की टीम ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए शनिवार को वाराणसी के शिवपुर क्षेत्र गिलट बाजार तिराहा के पास पहुंचकर घेराबन्दी की गयी। उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद टैंकर आता हुआ दिखाई दिया, जिसे टीम द्वारा राेका गया ।
142 किलो गांजा बरामद
टैंकर की तलाशी ली गयी तो उसके भीतर छुपाकर लाया जा रहा 142 किलो गांजा बरामद करते हुए उसपर सवार झारखण्ड के गढ़वा जिले के हरका निवासी विकास कुमार पासवान और ठरका निवासी बसंत प्रसाद गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।पकड़े गये तस्करों ने पूछताछ पर बताया कि यह टैंकर गांजा तस्कर जयप्रकाश निवासी झांसगुडा का है । हम लोगों उसने टैंकर चलाने के लिये दिया गया है।
आजमगढ़, मऊ, देवरिया में होती है सप्लाई
इसी टैंकर में छुपाकर विभिन्न जिलों में अवैध मादक पदार्थ लेकर जाते हैं और आजमगढ़, मऊ, देवरिया में जयप्रकाश द्वारा बताये गये लोगों के पास गांजा पहुंचाते हैं। इस बार यह गांजा लेकर देवरिया में सप्लाई करना था। इस काम के लिये जयप्रकाश इन लोगों को प्रति चक्कर 50 हजार रूपये देता है। इस संबंध गिरफ्तार लोगों के खिलाफ एनसीबी लखनऊ द्वारा अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।