फर्जी पहचान पत्र बनाने वालों पर होगी कठोरतम कार्यवाही

फर्जी इपिक को लेकर निर्वाचन आयोग ने किया आगाह

गोंडा। निर्वाचन आयोग द्वारा विधानासभा निर्वाचन के दौरान फर्जी फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र बनाकर दुरूपयोग किए जाने की संभावना को लेकर सतर्क किया गया है। आयोग के निर्देशों का संज्ञान लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी/जिला मजिस्ट्रेट मार्कण्डेय शाही ने कहा है कि यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा आनलाइन या ऑफलाइन फर्जी मतदाता फोटो पहचान पत्र (इपिक) बनाया या जारी किया जाएगा तो उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजने की कार्यवाही की जाएगी।

जिला निर्वाचन अधिकारी श्री शाही ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस सम्बन्ध में सख्त दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि कुछ लोगों द्वारा फर्जी मतदाता फोटो पहचान पत्र (इपिक) बनाया जा सकता है। इसलिए इस पर पैनी नजर रखते हुए ऐसे लोगों के विरूद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि कुछ एजेन्सीज या व्यक्तियों द्वारा फर्जी मतदाता फोटो पहचान पत्र (इपिक) बनाकर प्रिन्टिंग किया जा सकता है। इस सम्बन्ध में उन्होंने स्थानीय अभिसूचना इकाई तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को सतर्क करते हुए सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस पर नजर रखें तथा स्थानीय स्तर पर खुफिया तंत्र को सक्रिय करें और जनसामान्य से भी इस सम्बन्ध में सूचनाएं एकत्रित करें जिससे इस प्रकार के आपराधिक कृत्य कारित करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके तथा जिले में स्वतंत्र, निर्भीक व निष्पक्ष निर्वाचन कार्य सम्पन्न कराया जा सके।

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