आस्ट्रेलिया में पढ़ने जाने वाले छात्रों के सामने आने वाली वित्तीय समस्याओं से मिलेगा छुटकारा

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में छात्रों का पढ़ना अब आसान हो जाएगा। ऑस्ट्रेलिया में दाखिले के बाद आने वाली वित्तीय समस्याओं से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलियाई फिनटेक कंपनी जिकसु ने भारतीय फिनटेक कंपनी इलानिस्टेक के साथ साझेदारी की है,

जो विदेशों खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे भारतीय छात्रों के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई आधुनिक वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराएगी। ज़िकसु और इलानिस्टेक के बीच यह साझेदारी ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए फिनटेक प्लेटफॉर्म का लॉन्च करने के लिए तैयार है। यह प्लेटफॉर्म खासतौर पर इन छात्रों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए व्यापक वित्तीय समाधान उपलब्ध कराएगा।

लॉन्च समारोह का आयोजन नई दिल्ली स्थित ऑस्ट्रेलियाई हाई कमीशन में किया गया। इस अवसर पर डॉ. मोनिका केनेडी, सीनियर ट्रेड एण्ड इनवेस्टमेन्ट कमिशनर- साउथ एशिया और ऑस्ट्रेलियन ट्रेड एण्ड इन्वेस्टमेन्ट कमीशनर ने कहा, ‘‘भारत के इलानिस्टेक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड के साथ ऑस्ट्रेलिया की यह साझेदारी इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि किस तरह ऑस्ट्रेलिया की टेक्नोलॉजी भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा एवं वित्तीय सेवाओं की जरूरतों को पूरा कर रही है।

इस अवसर पर सीटीआईओ, और जिकसु के संस्थापक कार्थिक श्रीनिवासन ने कहा कि हमें भारतीय छात्रों के लिए सर्वश्रेष्ठ फिनटेक समाधान उपलब्ध कराते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है, जो ऑस्ट्रेलिया में शिक्षा के अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य आधुनिक तकनीकों के उपयोग द्वारा एडमिशन से पहले से लेकर बाद की पूरी प्रक्रिया में फाइनेंसिंग प्रक्रिया को आसान बनाना और भारत में 55,000 करोड़ छात्र मार्केट को लाभान्वित करना है।

फिनटेक उद्योग में विनियमों और प्रशासनिक बदलावों, तकनीकी प्रगति के बीच ज़िकसु का मुख्य उद्देश्य ऑस्ट्रेलियाई मर्चेन्ट्स, कारोबारों और उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए फाइनैंशियल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना था, जहां ऑस्ट्रेलिया के पेमेंट परिवेश की 40 वर्षों की धरोहर का उपयोग करते हुए क्यूआर-कोड्स का इस्तेमाल किया जा सके। ऑस्ट्रेलिया के नए पेमेंट प्लेटफॉर्म से कनेक्टेड, पेआईडी और पेटू टेक्नोलॉजी से पावर्ड ज़िकसु क्यूआर आधारित लेनदेन के ज़रिए युवा यूज़र्स को सशक्त बना रही है।

टेकनिकल अडवाइजर व एलानिस्टेक पद्मनाभन देसिकाचारी ने कहा कि उपभोक्ताओं की फाइनेंस सबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए इलानिस्टेक सहज, सुरक्षित एवं सुविधाजनक समाधान उपलब्ध कराती है। यह विदेश में पढने वाले भारतीय छात्रों को ऑल-इन-वन फाइनैंशियल प्लेटफॉर्म उपलब्ध करान कराकर छात्रों को सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसका प्राथमिक उद्देश्य छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करना है,

ताकि वे जान सकें कि वे कहां खर्च करेंगे, और जहां पर वे पढ़ने जा रहे हैं, वहां उनके लिए कौन से सत्यापित अंतिम बिंदु होंगे।’ ‘स्कैन एन पे’ मोबाइल-ओनली, डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म ऑस्ट्रेयाई उपभोक्ताओं और कारोबार लेनदेनों में बड़ा बदलाव आया है। इसने सुनिश्चित किया ह कि हर ऑस्ट्रेयाई व्यक्ति का अपने पैसे पर पूरा नियन्त्रण रहे, और आसान क्यूआर कोड स्कैन के द्वारा लेनदेन को सुरक्षित रूप से पूरा किया जा सके।

एलानिस्टेक के विशेष नवोन्मेषी समाधानों में भागीदार आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड के साथ मिलकर त्वरित ऋण आवेदन प्रसंस्करण शामिल होगा, जो छात्रों और उनके परिवारों के लिए अनुरूप ऋण विकल्प सक्षम बनाता है। एक्सक्लुज़िव, आधुनिक प्लेटफॉर्म टेक्नोलॉजी, सर्वश्रेष्ठ मोबाइल ऐप्लीकेशन और रियल टाईम डेटा एनालिटिक्स के साथ इलानिस्टेक भारतीय इंटरनेशनल छात्रों और उनके परिवारों के लिए वित्तीय यात्रा को आसान बनाता है। ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया को सुगम और फंड्स को सुलभ बनाकर कंपनी एक्सचेंज रेट्स को अनुकूल बनाती हे, इस तरह विदेश में पढ़ने वाले छात्रों के लिए वित्तीय अनुभव बेहद सुरक्षित और प्रभावी हो जाता है।

छात्र सुगम केवायसी प्रक्रिया के माध्यम से भारत और ऑस्ट्रेलिया के लिए प्री-डिपारचर और पोस्ट-डिपारचर फाइनैंस को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म ऑस्ट्रेलिया में रह रहे छात्रों के लिए भावी प्रोडक्ट्स एवं अन्य नॉन-बैंकिंग प्रोडक्ट्स को प्रतिस्पर्धी दरों पर फोरेक्स रेमिटेन्स के लिए पेश करता है। इसके अलावा प्री-डिपारचर अकाउन्ट्स सुनिश्चित करते हैं कि छात्र ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले तयार रहें। अभिभावकों को भी अपने बच्चों के वित्तीयमामलों पर पूरी पारदर्शिता मिलती है, जिससे उनकी अकादमिक यात्रा पर निगरानी रखना आसान हो जाता है ।

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