वाराणसी के चितईपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर मनीष सिंह (36) सोमवार की दोपहर खुद की सरकारी पिस्टल से गोली चलने से घायल हो गए। पिस्टल से निकली गोली मनीष के सिर को आर-पार कर गई है। दरोगा मनीष को उपचार के लिए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत नाजुक बताई गई है। चर्चा रही कि मनीष सिंह ने घरेलू कलह की वजह से आत्महत्या का प्रयास किया है।
लेकिन, मनीष सिंह ने पुलिस के सामने बयान दिया कि पिस्टल साफ करने के दौरान अचानक गोली चल गई थी। आत्महत्या करने जैसी कोई बात नहीं है। मनीष की सरकारी पिस्टल को कब्जे में लेकर सारनाथ थाने की पुलिस घटना की जांच कर रही है।
पति-पत्नी जाने वाले थे खरीदारी करने
बिहार के रोहतास जिले के परसिया के गांव के मूल निवासी मनीष सिंह वर्ष 2012 में मृतक आश्रित कोटे से पुलिस विभाग में दरोगा के पद पर भर्ती हुए थे। मनीष सिंह सारनाथ क्षेत्र की शक्तिपीठ कॉलोनी में पत्नी सोनी सिंह और बेटे आयांश के साथ रहते हैं। दोपहर में पति-पत्नी होली की खरीदारी करने के लिए घर से बाजार जाने वाले थे। इसी बीच अचानक मनीष सिंह की सरकारी पिस्टल से फायरिंग हुई और गोली उनकी ठुड्डी पर जा लगी।
पिस्टल से निकली हुई गोली उनके जबड़े से होते हुए सिर को आर-पार कर गई। सोनी सिंह के शोर मचाने पर आसपास के लोग भाग कर आए। आनन-फानन दरोगा मनीष को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत बेहद ही नाजुक बताई गई है।
जांच कर रहे कि कैसे लगी गोली
सारनाथ थाना प्रभारी अर्जुन सिंह ने बताया कि दरोगा मनीष सिंह गोली लगने से घायल हुए हैं और उनको बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। गोली लगने के कारणों की जांच की जा रही है। उनकी सरकारी पिस्टल जब्त कर ली गई है। फिलहाल मनीष की स्थिति बेहद ही नाजुक है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।