किच्छा। भाजपा व कांग्रेस में टिकट की दौड़ को लेकर पहले ही खीचतान मंची थी। ऐसे में दोनों पार्टियों से एकाएक दो नये चेहरों की दावेदारी दोनों पार्टियों मे खलबली मचा दी है। बताते चलें कि कांग्रेस से प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष व भाजपा से मंडी समिति अध्यक्ष द्वारा चुनाव की घोषणा के ठीक बाद चुनावी मैदान में उतर दावेदारी कर दोनों पार्टियों के बीच चल रही राजनीतिक खलबली को और अधिक कर दिया है। फिलहाल दोनों पार्टियों से टिकट किसको मिलता है और कौन जीत के आंकड़े को छू पाता है, यह तो समय के गर्भ में है, लेकिन टिकट को लेकर चल रहा सियासी घमासन सुर्खियों में अवश्य हो चला है।
विदित हो कि क्षेत्र से भाजपा विधायक राजेश शुक्ला के अलावा सांसद प्रतिनिधि बिपिन जल्होत्रा, अजय तिवारी, पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष श्रीकांत राठौर सहित प्रदेश सहसंयोजक ठाकुर विवेक दीप सिंह पार्टी से टिकट की दावेदारी की दौड़ में लगे हुए थे, जिसके चलते क्षेत्र में राजनीति उथलपुथल पहले ही मची हुई थी। ऐसे में पार्टी से नये चेहरे के रूप में मंडी समिति अध्यक्ष कमलेंद्र सेमवाल का नाम आने के बाद राजनीतिक चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी से प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल अध्यक्ष राजकुमार बजाज का कांग्रेस पार्टी से दावेदारी के बाद कांग्रेस से टिकट मांग रहे दावेदारों ने भी आखिर दहाई का आंकड़ा छू लिया। बताते चलें कि इससे पूर्व सुरेश पपनेजा, संजीव कुमार सिंह, पुष्कर राज जैन, हरीश पनेरु, गणेश उपाध्याय, नारायण सिंह बिष्ट, विनोद कोरंगा, बंटी पपनेजा तथा राजेश प्रताप सिंह टिकट की दावेदारी कर रहे थे।
ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस व भाजपा से टिकट किसकी झोली में गिरता है। टिकट न मिलने से नाराज दावेदारों से मैदान में उतारे गए प्रत्याशी पर कितना असर पड़ता है। फिलहाल सब समय के गर्भ में है।