Seema Pal
शहीद पति के पार्थिव शरीर के पास बेसुध पत्नी ने चिट्ठी रखी और कहा कि प्लीज चिट्ठी को जरूर पढ़ लेना… हम सब ठीक हैं… तुम जहां भी हो अपना ख्याल रखना। तभी शहीद बेटे की मां बिलखकर बोल पड़ी… मेरे बाबू हम तुम्हारे बिना कैसे जिएंगे… अगले जन्म में वापस अपने घर आ जाओ। भारतीय तटरक्षक बल के कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव की अंतिम यात्रा से पहले का यह दृश्य जिसने भी देखा आंखों के साथ उसका दिल भी रो पड़ा…
गुजरात के पोरबंदर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए भारतीय तटरक्षक बल के कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके श्यामनगर स्थित घर पहुंचा। जैसे ही उनका शव घर पहुंचा, वहां शोक की लहर दौड़ गई। सुधीर यादव की शहादत पर परिवार, दोस्त और पड़ोसी दुखी थे, और उनके बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस हादसे में उनका निधन हो गया, और उनकी मौत ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे दुख में डुबो दिया।
गुजरात के पोरबंदर में हुए एक दिल दहला देने वाले हेलीकॉप्टर हादसे में भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) के कोस्टगार्ड पायलट सुधीर यादव की मौत हो गई। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर श्यामनगर स्थित उनके घर पहुंचा, तो वहां शोक की लहर छा गई। इस हादसे ने न केवल उनके परिवार को अपूरणीय क्षति दी, बल्कि पूरे इलाके और तटरक्षक बल को भी गहरे दुख में डुबो दिया।
सुधीर यादव भारतीय तटरक्षक बल के एक बहादुर और समर्पित अधिकारी थे। वे हमेशा अपने कर्तव्यों में संलग्न रहते हुए देश की सुरक्षा में अपना योगदान देते थे। पायलट के रूप में उनकी सेवा ने तटरक्षक बल को कई मिशनों में सफलता दिलाई थी। हादसे के समय वे एक नियमित उड़ान पर थे, जो कड़ी और जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में सुरक्षा कार्यों के हिस्से के रूप में की जा रही थी। हालांकि, वह हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गए, लेकिन उनकी सेवा और बलिदान हमेशा याद किए जाएंगे।
पायलट सुधीर यादव के निधन के बाद उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। उनका पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घर पहुंचा, वहां परिजनों, दोस्तों और पड़ोसियों का सैलाब उमड़ पड़ा। हर किसी की आंखों में आंसू थे, और हर दिल में इस गहरी क्षति का दुःख था। परिवार के सदस्य सदमे में थे, और उनके पिता, मां, पत्नी, और बच्चों के लिए यह दुख सहन करना अत्यंत कठिन था। शहीद की पत्नी और उनके बच्चे उनके शरीर के पास बैठकर गहरी भावनाओं से अभिभूत थे।
गुजरात के पोरबंदर में हुई इस दुर्घटना की खबर जैसे ही देशभर में फैली, भारतीय तटरक्षक बल, पुलिस, और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। सभी ने शहीद सुधीर यादव के परिवार को सांत्वना दी और उन्हें आश्वासन दिया कि उनका बलिदान कभी नहीं भुलाया जाएगा। भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारी और अन्य सरकारी प्रतिनिधियों ने उनके साहस और वीरता की सराहना की और उनके योगदान को हमेशा याद रखने की बात कही।
सुधीर यादव का निधन भारतीय तटरक्षक बल के लिए एक बड़ी क्षति है, क्योंकि वे ऐसे अधिकारी थे, जो हमेशा अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानते थे। उनकी शहादत ने सभी को यह याद दिलाया कि हमारी सुरक्षा के लिए काम करने वाले ये नायक किस तरह अपनी जान की बाजी लगाकर हमें सुरक्षित रखने का काम करते हैं। उनका जीवन और बलिदान भारतीय तटरक्षक बल के आदर्शों का प्रतीक बने रहेंगे।
सुधीर यादव के निधन पर देशभर में शोक की लहर है, और हर किसी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। सरकार और तटरक्षक बल के अधिकारियों ने इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ एकजुटता और समर्थन की घोषणा की है। सुधीर यादव की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा और उनका नाम भारतीय सुरक्षा बलों के वीरों की सूची में सदैव अंकित रहेगा।