बल्दीराय-सुल्तानपुर। क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थल मां वैकुण्ठी देवी मंदिर उमरा परिसर में भाले सुल्तान क्षत्रियों की वार्षिक बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें अमेठी व सुलतानपुर जिले के क्षत्रियों ने भाग लिया। बैठक में समाज मे व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के साथ साथ गरीब परिवार के लोगों की हरसंभव मदद करने की बात कही गई। इस मन्दिर स्थल का ऐतिहासिक महत्व है। यहां अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ युद्ध लड़ने की रणनीति बनती थी। बताते चलें कि कई सालों से हर वर्ष खिचड़ी पर्व के बाद पड़ने वाले रविवार को भाले सुल्तान क्षत्रिय महासभा की सालाना बैठक होती चली आ रही है। बैठक संगठन के अध्यक्ष राय भानु प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई।
समाज के गरीब परिवारों के उत्थान पर बल
बैठक में ओंकार सिंह विभाकर ने पूर्वजों की वीरता के बारे में सभी को बताया। वही पीरो सरैया से आये मुकुट सिंह ने बताया कि हम सबका इतिहास बहादुरी से भरा है। हम सब के वंशज पूरे भारत ही नही विदेशों में भी है। हम सब कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन के वंशज हैं जिनका इतिहास वीरता से भरा पड़ा है। आज समाज मे नशाखोरी की प्रवृत्ति बढ़ रही है। हम सबको अपने अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ साथ हर स्तर पर निगाह रखनी है। बैठक में तय हुआ कि हमारे बीच जो गरीब परिवार है।
बैठक करते भाले सुल्तान क्षत्रिय समाज के लोग
उनकी जरूरत के हिसाब से हर सम्भव सभी लोग मिलकर मदद करें। बैठक में पूर्व मंत्री जंग बहादुर सिंह, कैप्टन देवनाथ सिंह, रवींद्र प्रताप सिंह, शिवदयाल सिंह, हरिबक्स सिंह, इंद्रजीत सिंह, विजय सिंह आदि ने अपने-अपने विचार रखे। लोगों की मांग पर उमरा प्रधान दुर्गेश सिंह ने चहारदीवारी व संजय सिंह ने मंदिर की मरम्मत व रंगाई पुताई करवाने का आश्वासन दिया। बैठक में प्रदीप सिंह, दिग्विजय सिंह, सुरेंद्र बहादुर सिंह, मुदित सिंह, राम सिंह, रणविजय सिंह, आशीष सिंह क्षेत्र के जरई कला, हलियापुर, कांपा, कोटवा, भखरी, डेहरियावा, तिरहुत, सरायबग्घा आदि व अमेठी जिले के नारा, गाजनपुर, अढ़नपुर, दुवरिया, कोछित, थौरी आदि गाँव से काफी लोग उपस्थित रहे।