सुल्तानपुर। चमार महासभा उत्तर प्रदेश ने जिला आबकारी अधिकारी और आबकारी निरीक्षकों पर जिले भर में उनकी देख-रेख और आबकारी विभाग की सहभागिता से बड़े पैमाने पर कच्ची शराब का कारोबार संचालित होने का आरोप लगाते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। सीएम को भेजे गए पत्र में जिला आबकारी अधिकारी हितेंद्र शेखर और आबकारी निरीक्षकों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कराकर कड़ी कार्यवाई करने का अनुरोध किया है।
चमार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विजय राणा चमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में लिखा है कि जिले का आबकारी महकमा अवैध शराब के कारोबार को बढ़ावा दे रहा है। जिसके कारण जिला अवैध शराब के कारोबारियों की राजधानी बन गया है। दैनिक ‘भास्कर’ से बात करते हुए उन्होंने आबकारी अधिकारी पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिला आबकारी हितेंद्र शेखर के कार्यकाल में पूरे जिले में अवैध शराब का काला कारोबार, यहां तक कि गैर प्रांत की शराब यहां खुले बाजारों में बेचीं जा रही है और उनके इंस्पेक्टर हर हप्ते अपना शेयर वसूल करते हैं। आबकारी अधिकारी पर एक और गम्भीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी देखरेख में कच्ची शराब की सप्लाई सरकारी शराब के ठेकों पर हो रही है।
सरकारी ठेकों पर खुलेआम ओवररेटिंग में शराब बेचने का लगाया आरोप
उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लिखा है कि 18 मार्च और 19 मार्च को होली पर्व होने के कारण सभी शराब के ठेकों को बंद रखने का आदेश था, लेकिन जिला आबकारी अधिकारी हितेंद्र शेषर और आबकारी निरीक्षकों ने एक प्लान के तहत होली के एक-दो दिन पहले ही (कोटे) मसलन जितना सामान्य दिनों में शराब की आपूर्ति होती थी, उससे कहीं ज्यादा शराब ठेकों पर पहुंचा कर लाखों रुपए की वसूली की गई। मुख्यमंत्री को भेजें पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि आबकारी अधिकारी हितेंद्र शेखर और आबकारी इंस्पेक्टरों ने 10 मार्च विधानसभा चुनाव मतगणना के दिन शराब ठेकों की बंदी रहने के बावजूद शराब ठेकेदारो से लाखों रुपए की वसूली कर शराब सप्लाई की गई।
हालांकि आबकारी अधिकारी और निरीक्षकों ने शराब ठेकों को मदिरा आपूर्ति करने का दिनांक ऑन रिकॉर्ड एक दिन पहले और दो दिन पहले दर्शाया है। चमार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री राणा ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि आबकारी अधिकारी हितेंद्र शेखर और निरीक्षकों की देख-रेख और उनकी सहभागिता से पूरे जिले में कच्ची शराब का काला कारोबार चल रहा है। आबकारी अधिकारी हितेंद्र शेखर और आबकारी निरीक्षकों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कराकर दंडित करने की मांग की है। इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया किन्तु वे कार्यालय में मौजूद नहीं मिले। उनका पक्ष जानने के लिए उनके फोन पर सम्पर्क स्थापित करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। उनके खास एक बाबू ने बताया कि साहब किसी से इस संबंध में बात नहीं करेंगे।