जयसिंहपुर-सुल्तानपुर। तहसील मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहपुर पर पूरी तरह से रात्रि में स्वास्थ सेवाएं ठप्प हो गयी हैं। दैनिक ‘भास्कर’ टीम द्वारा बीती रात्रि नौ बजे सीएचसी में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल जानने के लिए मौका मुआयना किया गया तो वहां हकीकत चैंकाने वाली रही। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा तैनाती स्थल पर रात्रि निवास करने के फरमान जारी करने के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दो दाइयों के भरोसे मिला। जिन्हें महिला चिकित्सक एवं वहां तैनात नर्स ने अपनी जगह रात्रि में आने वाली प्रसव पीडि़त महिलाओं के प्रसव की जिम्मेदारी दे रखी है
दो दाइयों के भरोसे ही महिलाओ का प्रसव कक्ष
सामाुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जयसिंहपुर में रात्रिकालीन आपात सेवाएं पूरी तरीके से बेपटरी है। इसका खुलासा दैनिक ‘भास्कर’ टीम द्वारा किए गए मौका मुआइना में हुआ। जहां आपातकालीन वार्ड में ताला जड़ा हुआ था। सीएचसी जयसिंहपुर में तैनात चिकित्सकों एवं अस्पताल कर्मियों की लापरवाही इस तरह उजागर हुई कि जिसे देखकर हर कोई दंग रह जाता। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर मात्र टोटा दिखा। निरंकुश एवं बेलगाम अस्पताल प्रशासन व तैनात कर्मियों की मनमानी के चलते अस्पताल का संचालन भी मनमाने तरीके से किया जाता दिखा।
बीती रात 10.30 बजे दैनिक ‘भास्कर’ की टीम जब रात्रि में समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहपुर के स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत जानने पहुंची तो वहा पर आपातकालीन वार्ड में ताला बंद था। अस्पताल में सिर्फ मेडिकल स्टाफ की जगह दो दाइयां मौके पर मौजूद मिली। जिन्होंने बताया कि डाक्टर व नर्स द्वारा प्रसव पीडि़त महिलाओं का प्रसव कराने की उन्हें जिम्मेदारी दी गयी है। अस्पताल के कई वार्डों के दरवाजे बंद थे तो कुछ वार्डों के दरवाजों पर ताले लटके हुए थे। चिकित्सको और अस्पताल कर्मियों का अस्पताल परिसर में कोई अता पता नहीं था।
जब तक ‘भास्कर’ टीम वहां पर थी तब तक अस्पताल में एक भी चिकित्सक या नर्स मौजूद नही मिला। आपातकालीन कक्ष में ताला वैसे ही लटक रहा था। महिलाओ के प्रसव कक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई दोनो दाइयों ने महिला चिकित्सक के बारे में पूछने पर बताया कि डॉक्टर यहां नही रहते हैं। इस सम्बन्ध में सीएमओ डा0धर्मेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डाक्टर व चिकित्साकर्मियों का मौजूद न रहना गम्भीर मामला है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात चिकित्सक नर्स वार्ड ब्वाय व अन्य चिकित्साकर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही की जाएगी।