सुल्तानपुर । जिले में सबसे व्यस्ततम जगह शहर के बीचोबीच विकास भवन के बगल प्रयागराज-अयोध्या मार्ग पर इंजीनियर एफसी मार्शल द्वारा 1863 में बनाया गया पुल (गोपालदास पुल ) बहुत जल्द इतिहास हो जाएगा । करीब 160 सालों से जिले की रीढ़ बना यह पुल जर्जर हालत में है , हालांकि अभी भी यह पुल मजबूती की मिशाल माना जाता है । 160 साल पहले बने इस पुल को तोड़कर अब 16 मीटर चौड़े नए पुल का निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू हो जाएगा । यह जानकारी प्रांतीय खण्ड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सन्तोषमणि त्रिपाठी ने दैनिक ” भास्कर ” को दी । जिले के हर रोज करीब 50 हजार से ज्यादा फर्राटा भरने वाले मुसाफिरों को जल्द जाम से राहत मिलेगी। वजह अब विकास भवन के पास सन 1863 में बनें गोपालदास पुल को तोड़कर 16 मीटर चौड़ा नया फोरलेन पुल का निर्माण कराया जाएगा।
160 साल पहले बना गोपालदास पुल बहुत जल्द होगा इतिहास
निर्माण कराने वाले लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड के इंजीनियर सन्तोषमणि त्रिपाठी के साथ इंजीनियरों की टीम गोपालदास पुल पर पहुंचकर अवलोकन कर कार्य योजना को अमलीजामा पहनाने में जुट गई है । इसके अलावा भी लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड शहर के लखनऊ नाका के नजदीक सुलतानपुर-लखनऊ मार्ग पर स्वतंत्रता संग्राम के पहले से बना गभड़िया पुल को तोड़कर नए। पुल का निर्माण कार्य करा रहा है ।
इस संबंध में लोकनिर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड के अधिशासी अभियंता सन्तोषमणि त्रिपाठी ने बताया कि गोपालदास पुल को तोड़कर उसकी जगह फोरलेन पुल बनेगा। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन के पास भेजा गया है। इसी महीने पुल बनाने के लिए मंजूरी मिलने के साथ ही बजट भी मिलने की संभावना है और पुल का निर्माण कार्य बहुत जल्द शुरू करा दिया जाएगा ।