
जयसिंहपुर-सुल्तानपुर। भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के बैनर तले व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम जयसिंहपुर को सौंपा। ज्ञापन में कहा गया कि बिरसिंहपुर बाजार के व्यापारियों के साथ आए दिन अराजक तत्वों द्वारा मार-पीट किया जाता है। व्यापारियों से रंगदारी मांगी जाती है, उधार समान मांगा जाता है। रंगदारी और उधार सामान ना देने के कारण व्यापारियों को घर में घुसकर मारा-पीटा जाता है और बहन बेटियों को भद्दी भद्दी गालियां दी जाती है। उनके साथ छेड़खानी की जाती है।
सुरक्षा नहीं मिली तो व्यापारी वीरसिंहपुर बाजार से कलेंगे पलायन
इस संबंध में व्यापारियो ने कहा हे कि हमारे बाजार में अलग-अलग व्यापारियों को लगातार पिछले 3 दिनों से मारा पीटा जा रहा है। लगातार शिकायत करने के बाद भी स्थानीय पुलिस कुछ नहीं कर रही है। कल अति होने पर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करके अपने प्रतिष्ठान के सामने बैठकर प्रदर्शन किए। प्रदेश महामंत्री रवींद्र त्रिपाठी ने पुलिस अधीक्षक से वार्ता किया। पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद लोगों पर मुकदमा पंजीकृत हुआ। 24 घंटे में थानाध्यक्ष ने मुस्लिमों को गिरफ्तारी के लिए समय लिया था।
स्थानीय पुलिस पर अपराधियों को संरक्षण देने का लगाया आरोप
लेकिन मुख्य अभियुक्त जिसके खिलाफ व्यापारियों ने वीडियो भी थानाध्यक्ष को दिया है, उसके बाद भी उस अभियुक्त को पकड़कर थानाध्यक्ष ने छोड़ दिया। यही नहीं थानाध्यक्ष द्वारा अपने मोबाइल से व्यापारियों के ऊपर दबाव बनाने के लिए कुछ जनप्रतिनिधियों व अन्य लोगों से बात भी कराई जाती है। जिसके चलते व्यापारियों का भरोसा स्थानीय पुलिस से उठ चुका है। कार्रवाई न होने पर व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान को बेचकर अन्यत्र किसी बाजार में शरण लेने की बात कही है।
प्रदेश महामंत्री रवीन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि संपूर्ण प्रकरण पर पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा से वार्ता हुई है। उनके हस्तक्षेप से मुकदमा पंजीकृत हुआ है जो भी वास्तविक मुलजिम होंगे उनके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी। मांग पत्र देने वालों में बिरसिंहपुर बाजार अध्यक्ष रविंद्र मोदनवाल, इंद्रभान सिंह, अमरनाथ, राजकुमार, जगन्नाथ कनौजिया, सूरज, पवन कुमार, अजय कुमार, बांकेलाल, सुरेश कुमार, प्रदीप कुमार तथा बिरसिंहपुर प्रधान इंदुमती सिंह सहित सैकड़ों व्यापारी मौजूद रहे।