सुलतानपुर। भाजपा सरकार को बदनाम करने व सत्ता मे फेर बदल कराने मे विपक्ष के नेता ही नहीं बल्कि सुलतानपुर नवीन कृषि मंडी विभाग के जिम्मेदार कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाने का मजबूती से काम किया। लेकिन जनता है सब जानती है। विपक्षी सपा व सपाई मानसिकता के कर्मचारियों की जनता ने एक नही सुनी।
मतगणना पूर्व सपा रंग में रंगे गेट का हुआ भगवाकरण
प्रदेश में योगी सरकार को दूसरी बार सत्ता हथियाने में कामयाब कर 25 मार्च को शपथ दिलवाने मे कामयाब हुई। इधर सपाई मानसिकता वाले मण्डी के कर्मचारियों मे भय व्याप्त हो गया और मतगणना पूर्व सपाई रंग में रंगे मण्डी गेटों का आनन-फानन में भगवा रंग में रंगवा दिया। बताते चलें कि विधानसभा चुनाव की मतगणना तिथि घोषित हो चुकी थी। सोशल मीडिया पर अफवाह तेज हो गई थी कि सपा की सरकार आना तयं है। उधर सपा मुखिया भी अपनी सरकार के मंत्री व जिम्मेदार अधिकारियों को चिन्हित करने में जुटी थे।
मतगणना पूर्व रंगा गया मण्डी गेट
इधर अगली सरकार 10 मार्च को तय होते देख मतगणना के पूर्व ही मंडी के कर्मचारियों ने नया खेल कर दिया और मंडी के मुख्य गेट से लेकर दो अन्य गेटों को सपा के कलर मे रंगवा दिया। उनको क्या पता था कि जनता की चाह कुछ और है। पुनः प्रदेश में योगी की सरकार आई मण्डी के कर्मचारी गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए मुख्य गेट व दो अन्य
गेंटों को फिर से भगवा रंग मे रंगवा दिया गया
जिसकी जनता ही नहीं भाजपा नेता से लेकर जनपद के कर्मचारियों तक में चर्चा बनी हुई है। माना जा रहा है कि नवीन मंडी विभाग ने गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए कार्य शैली में जिस तरह परिवर्तन किया है वह सत्ताधारी दल के नेताओं को रास नहीं आया था। इस सारे खेल के पीछे सपाई मानसिकता के कार्यवाहक मंडी सचिव हीरालाल यादव के नाम की चर्चाएं हैं कि उन्होंने इस खेल में ज्यादा रूचि दिखाई थी।