सुल्तानपुर। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रतिपादित, इण्टरमीडिएट की पाठ्य पुस्तक हिन्दी का नगीन प्रकाशन मेरठ के सौजन्य से सर्वेश कान्त वर्मा ने लेखन कर, जनपद का मस्तक ऊंचा किया है। पुस्तक की सरलता, सुस्पष्टता का अवलोकन कर, गुरुजनों, विद्यार्थियों और प्रबुद्ध जनों के द्वारा सराहना की जा रही है। माध्ममिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाअध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद मिश्र व अरुण कुमार सिंह, पांडेय गुट के जिला अध्यक्ष अशोक सिंह व राजबहादुर पाठक, चेत नरायन गुट के प्रदेश महासचिव डा0 अजय सिंह और प्रधानाचार्य परिषद के दोनों गुटों के क्रमशः अध्यक्ष डॉ0 दिनेश प्रताप सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष डॉ0 रवीन्द्र प्रकाश सिंह आदि ने भूरि-भूरि प्रसंशा की, आशीर्वाद दिया।
वहीं रामरती इण्टर कॉलेज द्वारिकागंज सुलतानपुर के प्रबंधक भूपेन्द्र नाथ वर्मा और प्रधानाचार्य डॉ0 रामजीत अपने इस शिक्षक की उपलब्धि पर अपने को गर्वित महसूस कर रहे हैं। सम्मानित साहित्यकार, पाठ्यक्रम लेखक, सर्वेशकांत वर्मा ने आद्या प्रसाद सिंह ‘प्रदीप’, अनिल कुमार वर्मा ‘मधुर’, आशुकवि मथुरा प्रसाद सिंह ‘जटायु’, डॉ0.राम प्यारे प्रजापति, पवन माधव यादव, बृजेश कुमार यादव, डॉ0 कृष्ण कुमार चतुर्वेदी ‘मैत्रेय’, सुशील कुमार पांडेय ‘साहित्येन्दु’, श्याम नारायण श्रीवास्तव, अजय जायसवाल ‘अनहद’, विजय प्रकाश ‘रंजन’, रमेश चंद्र ‘नंदवंशी’, सी.एल. वर्मा और राज बहादुर राना, जैसे विद्वान साहित्यकारों के लेखों को विद्यार्थियों के ज्ञान वर्धन और कल्याणार्थ समाहित करते हुए गद्य, पद्य, कथा साहित्य, व्याकरण आदि का सरल शब्दों में संयमन किया है।
हिन्दी कक्षा 9, हिन्दी कक्षा10, सामान्य हिन्दी 11, साहित्यिक हिन्दी कक्षा 11, सामान्य हिन्दी कक्षा 12, साहित्यिक हिन्दी कक्षा 12 की पुस्तकें डी.आई.ओ.यस. विष्णु प्रताप सिंह सुलतानपुर को लेखक ने भेंट किया। प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए बहुप्रतीक्षित पुस्तक रूचिकर हिन्दी व्याकरण शीघ्र प्रकाशित होगी। बताते चलें कि सर्वेशकांत वर्मा जानकी सदन, ग्राम बनमई, पोस्ट -वैदहां तहसील जयसिंहपुर, जनपद सुल्तानपुर के निवासी हैं। शैक्षिक योग्यता एम.ए. हिन्दी और बी.एड्.है। रामरती इण्टर कॉलेज द्वारिका गंज सुल्तानपुर में शिक्षक पद पर कार्यरत हैं। हाईस्कूल की पाठ्य पुस्तक शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा, शिक्षक दिवस पर सम्मानित किए जा चुके हैं।
सरदार पटेल साहित्य गौरव सम्मान प्राप्त, अखिल भारतीय साहित्य परिषद् काशी प्रांत की शाखा सुलतानपुर के कोषाध्यक्ष हैं। श्री वर्मा साहित्य सृजन, समाज सेवा, मंच संचालन, काव्य पाठ, सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारी में विशेष रूचि रखते हैं।
विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, सोशल मीडिया चैनलों में इनकी रचनाएं समय-समय पर प्रकाशित होती रहती हैं। उनकी साहित्यिक रचनाएं ‘शब्द शब्द विज्ञान’ और ‘तेरी याद आ रही है’ अप्रकाशित हैं। शिक्षक सर्वेश कान्त वर्मा बताते हैं कि पुस्तक लेखन में आशुकवि मथुरा सिंह ‘जटायु’, डॉ0 राम प्यारे प्रजापति, अनिल कुमार वर्मा मधुर, राज बहादुर राना जैसे साहित्यकारों का विशेष सहयोग रहा है। मेरी सारी मंगलकामनाएं और सुभेच्छाएं विद्यार्थियों के लिए समर्पित हैं।