बल्दीराय-सुल्तानपुर। जिले के हलियापुर थानाक्षेत्र का रामपुर बबुआन गांव शनिवार की सुबह गोलियों की तडतडाहट से गूंज उठा। लंबे समय से चली आ रही दो परिवारों की पुरानी रंजिश खूनी संघर्ष में बदल गई। जमकर बवाल हुआ, फायरिंग में पांच लोग लहुलुहान हो गए हैं। सूचना पर बडी संख्या में पुलिस फोर्स एवं पीएसी के जवान अधिकारियों के साथ पहुंचे तो बेकाबू होती स्थिति नियंत्रित की गई। दोनों पक्षों की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। गांव में एहतियातन फोर्स तैनात कर दी गई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीएसी और पुलिस बल तैनात, पुलिसिया कार्रवाई पर भी उठ रहे सवाल
मिली जानकारी के अनुसार, हलियापुर थानाक्षेत्र अंतर्गत रामपुर बबुआन गांव निवासी रोहित उपाध्याय एवं करूणाशंकर मिश्रा परिवार के बीच लंबे समय से चुनावी रंजिश चली आ रही है। कई बार दोनों परिवारों के बीच मारपीट एवं बवाल हुआ। पुलिस को भी सूचित किया गया था, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। नतीजा रहा कि शनिवार की सुबह करुणा शंकर मिश्रा का पक्ष गेहूं की मड़ाई करने के लिए ट्रैक्टर के साथ खेत जा रहा था।
रास्ते में दूसरे पक्ष ने पुरानी रंजिश को लेकर छींटाकशी कर दी। दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते दोनों तरफ से लोग इकट्ठा हो गए। लाठी-डंडों एवं असलहों से लैस होकर एक दूसरे पर हमला बोल दिया। जमकर बवाल हुआ। करुणाशंकर मिश्रा की ओर से ताबडतोड फायरिंग की गई। जिसमें दूसरे पक्ष के रोहित कुमार उपाध्याय, रमेश उपाध्याय, त्रिभुवन गुप्ता, चंद्र प्रकाश मिश्रा घायल हो गए। मारपीट में करुणाशंकर मिश्रा भी जख्मी हुए हैं।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से बेकाबू होते हालात को नियंत्रित किया। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस कप्तान डा0 विपिन मिश्रा ने बताया कि मौके पर क्षेत्राधिकारी बल्दीराय मय भारी पुलिस बल मौजूद हैं। आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। मौके पर कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। पुलिसिया कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
रामपुर बबुआन की घटना को लेकर जिला पंचायत सदस्य दीपू उपाध्याय ने पुलिसिया कार्यशैली को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि गोलीकांड की घटना पुलिसिया लापरवाही का नतीजा है। दो दिन पूर्व पुरानी चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। मामले की लिखित तहरीर दी गयी थी। लेकिन कोई झांकने तक नहीं पहुंचा। यदि पुलिस ने पूर्व में हुए विवाद को गंभीरता से लिया होता तो यह घटना होने से रोका जा सकता था।
बताया जाता है कि करुणा शंकर मिश्रा के पुत्र शुभम मिश्रा की पीएसी में तैनाती एवं उपनिरीक्षक पद पर चयनित होने की खुशी में शुक्रवार को जश्न मनाया गया। सगे-संबंधियों ने पटाखे छुडाकर खुशियां मना रहे थे, जो विपक्षी रोहित कुमार उपाध्याय आदि को नागवार गुजरा और आपत्ति जताई। दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। पुलिस का दावा है कि प्रकरण में अभियोग भी पंजीकृत किया गया था।