भीषण सर्दी से कांप रहे हिमाचल प्रदेश के लिए नए साल की शुरुआत राहत भरी रही। राज्यभर में बुधवार की सुबह खिली धूप ने लोगों को भीषण सर्दी से राहत दी। शिमला, मनाली, धर्मशाला और अन्य पर्वतीय इलाकों में मौसम साफ है और पर्यटक खुशगवार मौसम का लुत्फ उठा रहे हैं। हालांकि नए साल में बर्फबारी न होने से सैलानियों को मायूसी मिली है।
हिमाचल में पिछले दिनों से मौसम साफ बना हुआ है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में आखिरी बर्फ़बारी बीते 27 दिसम्बर को हुई थी। इधर मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे ने सुबह के समय लोगों की रफ्तार धीमी कर दी। बिलासपुर, मंडी, ऊना और नाहन में सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता कम हो गई और वाहनों की आवाजाही आंशिक रूप से प्रभावित हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार आगामी दिनों में मौसम फिर करवट लेगा। विभाग का पूर्वानुमान है कि दो और तीन जनवरी को राज्य की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है। वहीं चार से सात जनवरी तक राज्यभर में वर्षा और बर्फबारी का तेज़ दौर चलने की संभावना है। इस दौरान शिमला और मनाली में भारी बर्फबारी हो सकती है। इससे सैलानी एक बार फिर बर्फ़बारी का दीदार कर सकेंगे। इस मौसम में शिमला और मनाली में तीन बार बर्फ़बारी हो चुकी है।
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी सन्दीप शर्मा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से चार जनवरी से सात जनवरी तक राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानों में तेज वर्षा होने की संभावना है।
इस बीच मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के बाद स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है। खासतौर पर लाहौल स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, शिमला और चम्बा जिलों में बर्फबारी के दौरान सड़कों के अवरुद्ध होने की संभावना को देखते हुए विशेष तैयारी की जा रही है। पिछली बर्फबारी से इन जिलों अभी भी 100 से ज्यादा सड़कें ठप हैं। प्रशासन ने पर्यटकों को बर्फबारी के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिना तैयारी के ऊंचाई वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी है।
ठंड का प्रकोप जारी, न्यूनतम तापमान माइनस में
हिमाचल के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। लाहौल-स्पीति के ताबो, समधो और कुकुमसेरी जैसे क्षेत्रों में बुधवार को पारा क्रमशः -16.7 डिग्री, -11.2 डिग्री और -9.4 डिग्री पर पहुंच गया है। ये इलाके हिमाचल प्रदेश में सबसे ठंडा बने हुए हैं। कड़ाके की ठंड के बीच यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है और प्राकृतिक जलस्त्रोत जम गए हैं।
वहीं राजधानी शिमला के न्यूनतम तापमान में सुधार देखा जा रहा है। पिछले दिनों की तुलना में शिमला में बुधवार को न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो अन्य क्षेत्रों के मुकाबले कुछ राहत भरा है। इसके अलावा मनाली में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री, कल्पा में -3.8 डिग्री, रिकांगपिओ में -0.7 डिग्री, सियोबाग में -0.3 डिग्री, सराहन में 0.5 डिग्री, सुंदरनगर में 3.2, भुंतर में 2.9 डिग्री, धर्मशाला में 5.9, ऊना में 4.4, नाहन में 6.3, पालमपुर में 5, कांगड़ा में 5.2, मंडी में 5.7 डिग्री, बिलासपुर में 7.7, हमीरपुर में 5.8, चम्बा में 5.1 और कुफ़री में 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।