अयोध्या। अयोध्या की सतत विकास का खाका सरकार के निर्देश पर प्रशासन द्वारा नीचे जाने का कार्य अनवरत जारी है निश्चित खाकी के अनुरूप तैयार अयोध्या न केवल देश में बल्कि विश्व पटल पर एक नए प्रारूप के रूप में अवश्य नजर आएगी बताते चलें फिलहाल वर्तमान में अयोध्या के विकास के सापेक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावे के अनुसार वर्तमान की अपेक्षा मंदिर निर्माण पूर्ण होने के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 0 गुना बढ़ोतरी होने की संभावना के तहत 3 प्रमुख मार्गों का निर्माण विभिन्न नामों के आधार पर किया जा रहा है ऐसा माना जा रहा है मंदिर निर्माण पूर्ण होने के साथ प्रतिदिन 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा निर्मित रामजन्मभूमि का दर्शन किया जायेगा।
बताते चलें निर्माणाधीन 3 प्रमुख मार्गों के नाम जोकि रामपथ, भक्ति पथ व रामजन्मभूमि पथ हैं जिसमें रामपथ की लंबाई 13 किमी निर्धारित की गई है जो नगर के बाहरी छोर सहादतगंज से होते हुए नये घाट अयोध्या तक जायेगा, वहीं भक्तिपथ का निर्माण अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी तिराहे से रामजन्मभूमि तक जायेगा जबकि रामजन्मभूमि पथ की लंबाई 800 मी निर्धारित है जो रामजन्मभूमि मंदिर तक जायेगा।
सरकार की मंशा के अनुरूप दर्शनों की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए उपरोक्त तीनों मार्गों का निर्माण कराया जा रहा है परंतु इससे हटकर यदि व्यापार की दृष्टि से देखा जाए तो निर्माणाधीन मार्गों पर व्यवसाय की दशा चौपट हो गई है कारण बताया जा रहा है राष्ट्रीय के चौड़ीकरण के संबंध में दुकानों व मकानों के ध्वस्तीकरण से ग्राहकों का आना जाना संबंधित दुकानों पर लगभग ना के बराबर हो चुका है फिलहाल सरकार के निर्देश के बाद नवनिर्मित अयोध्या निश्चित ही 1 दिन ना केवल देश में वैश्विक पटल पर एक मिसाल के रूप में प्रस्तुत होने के लिए तैयार है।