बांदा : जो जीवन की धूल चाट कर बड़ा हुआ है…. धूमधाम से मनाई गई जनकवि केदारनाथ अग्रवाल की जयंती

बांदा। जो जीवन की धूल चाट कर बड़ा हुआ है…तूफ़ानों से लड़ा और फिर खड़ा हुआ है…जिसने सोने को खोदा लोहा मोड़ा है…जो रवि के रथ का घोड़ा है….वह जन मारे नहीं मरेगा….नहीं मरेगा। केदार नाथ अग्रवाल की यह कविता आज भी लोग सुनते और सुनाते हैं। उनके जन्मोत्सव पर लोगों ने उनके व्यक्तित्व और … Read more

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हिमाचल में तबाही, लापता मजदूरों की तलाश जारी न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक क्या बेहतर – नौकरी या फिर बिजनेस पेट्स के साथ डेजी का डे आउट