तमिलनाडु में एक शख्स की मोबाइल चोरी की शिकायत के बाद पुलिस के ढुलमुल रवैये को देखते हुए खुद आरोपी को पकड़ने के लिए एक अनोखी तरकीब अपनाई और चोर को धर दबोचा।
चेन्नै : मोबाइल गुम हो जाने पर ज्यादातर लोग पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हैं और फिर मामले को वहीं छोड़ देते हैं। पुलिस की पड़ताल से मोबाइल मिले तो ठीक वरना उसके बारे में दोबारा फीडबैक लेने तक थाने नहीं जाते। पर, तमिलनाडु में एक शख्स ने मोबाइल चोरी की शिकायत के बाद पुलिस के ढुलमुल रवैये को देखते हुए खुद आरोपी को पकड़ने के लिए एक अनोखी तरकीब अपनाई और चोर को धर दबोचा।
दरअसल, पेराम्बुर निवासी एस सिमियोन का मोबाइल कुछ दिन पहले चोरी हो गया था। सिमियोन ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने आई-फोन खरीदा था। सिम कार्ड खो जाने के बाद वह एयरटेल के शोरूम पहुंचे थे। इस दौरान शोरूम के मालिक से बात करते समय उनका मोबाइल गुम हो गया।
जानिए क्या है पूरा मामला
सिमियोन ने बताया कि इसके बाद वह स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे लेकिन वहां शिकायत लेने से मना कर दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिन की कोशिश के बाद शिकायत दर्ज हो सकी, इससे अंदाजा लग गया था कि पुलिस मामले को लेकर गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘इसके बाद हमने अपने स्तर पर खुद मोबाइल चोर को ढूंढने की कोशिश शुरू कर दी। मैंने अपने एक दोस्त की मदद ली। इसके बाद हमने सीसीटीवी फुटेज निकलवाए। फुटेज के जरिए पता चला कि मोबाइल चोरी करने वाला शख्स भी शोरूम में अपना नंबर दूसरे नेटवर्क पर पोर्ट करने के लिए पहुंचा था।’
सिमियोन ने बताया
‘ट्रूकॉलर पर शख्स का नाम पंकज कुमार के रूप में मिला। हमने फेसबुक के जरिए उस तक पहुंचने की कोशिश की। पर, फेसबुक मैसेंजर पर भेजे गए संदेश का उसने जवाब नहीं दिया। इसके बाद हमने उसके कुछ दोस्तों को संदेश भेजा कि हम पंकज को नौकरी देना चाहते हैं।’
उन्होंने बताया, ‘हमारी तरकीब काम कर गई। पंकज के एक फेसबुक दोस्त ने उसका नंबर दे दिया। इसके बाद हमने उसे फोन किया और नौकरी देने की बात कही। वह झांसे में आ गया और हमारे बताए स्थान पर पहुंचा, जहां हमने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।’
उधर, गुरुवार को पुलिस ने आरोपी के बारे में जानकारी सार्वजनिक करते हुए एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने का दावा करते हुए बताया कि आरोपी पंकज कुमार झारखंड का रहने वाला है।