बुधवार को लखनऊ विश्वविद्यालय में जो कुछ हुआ वो शर्मसार करने के लिए पर्याप्त है। एडमिशन के नाम पर उपद्रवी लोगों ने शिक्षकों के साथ मारपीट की। ऐहतियात के तौर पर विश्वविद्यालय को कुछ दिन के लिये बंद कर दिया गया है।
लखनऊ: पीजी कोर्स में एडमिशन के मुद्दे पर कुछ लोगों ने लखनऊ विश्वविद्यालय में जमकर बवाल काटा। प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। शिक्षकों पर पथराव भी हुआ जिसमें 12 से ज्यादा शिक्षक घायल हो गए। छात्रों की करतूत सीसीटीवी में कैद है। सीसीटीवी की तस्वीरों से साफ है कि उपद्रवी किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार थे। शिक्षा के मंदिर में आतंक का खेल खेला जा रहा था। इस सबंध में लखनऊ विश्वविद्यालय के वीसी का कहना है कि उत्पाती लोगों का समाजवादी पार्टी की छात्र ईकाई से संबंध हैे।
क्या कहते है कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह
इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से उपद्रवी लोगों की पहचान की जा रही है। उपद्रवियों ने कुलपति के साथ भी बदसलूकी की थी। इस मामले में चार उपद्रवियों की पहचान की गई है। लेकिन इस संबंध में कुलपति का कहना है कि इनमें से किसी का विश्वविद्यालय से संबंध नहीं है। ये सभी लोग अपने आप को समाजवादी युवजन सभा का नेता बता रहे थे। इन सबके बीच विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ पूर्व छात्रों को नए शैक्षिक सत्र में एडमिशन पर रोक लगाई है
दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ पूर्व छात्रों को नए शैक्षिक सत्र में एडमिशन पर रोक लगाई है। इसके विरोध में सोमवार से विश्वविद्यालय कैंपस में विरोध का दौर चल रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन के इस फैसले से छात्रों के एक समूह में रोष था। कुलपति एकेडमिक स्टॉफ कॉलेज में लेक्चर देने जा रहे थे। पूर्व छात्र आकाश, कुलपति की गाड़ी के सामने लेट गया और दाखिले की मांग की थी। उसके समर्थन में कुछ और छात्र आ गए और नारेबाजी करने लगे और यहीं से मामला खराब होता चला गया।
देखे VIDEO
https://youtu.be/ygrKCP3bdn4