शिक्षक की करतूत, छात्रा को बोला-बीवी घर पर नहीं है, खाना बनाने आ जाओ

जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के छात्रावास में एक छात्रा के वार्डन के विरुद्ध की गई शिकायत को राज्यपाल एवं कुलाधिपति बेबी रानी मौर्य ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति को इस संबंध में जांच कर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।  राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की छात्राओं को हर प्रकार से सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं। इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय के महिला छात्रावासों के प्रबंधन के संबंध में कुलपति से रिपोर्ट तलब की है।

जानिए क्या है पूरा मामला 

जानकारी के लिए बता दे कि जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर विवादों में घिरता दिखाई दे रहा है। ताजा मामला विश्वविद्यालय की एक छात्रा से जुड़ा है। बता दे  विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने शिक्षक एवं छात्रावास के वार्डन के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत विश्वविद्यालय प्रशासन व कुलपति से की। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से शिकायत पर कोताही बरतने का मामला गर्मा गया है। इस शिकायत का अब राजभवन ने सीधे संज्ञान लिया है।  छात्रा का आरोप है कि एक शिक्षक (वार्डन) ने उसे आधी रात में फोन पर कहा, ‘पत्नी घर पर नहीं है खाना कौन बनाएगा, तुम आ जाओ।

एक छात्रा ने बताया कि एक वार्डन ने रात करीब 12: 15 बजे मोबाइल पर मैसेज भेजकर उसे पहले तो जन्मदिन की बधाई दी, फिर फोन कर कहा कि मेरी पत्नी घर पर नहीं है, खाना कौन बनाएगा, तुम आ जाओ। छात्रा के फोन काटने पर वह दोबारा फोन कर लगभग एक घंटे तक इधर-उधर की बातें करता रहा।

21 अक्तूबर को यूडीसी की बैठक में कुछ छात्राओं ने टेक्स्ट मैसेज दिखाते हुए देर रात फोन कर परेशान करने के संबंध में वार्डन की शिकायत की थी। साथ ही यह भी बताया कि वह इस संबंध में कुलपति को भी अवगत करा चुके हैं। चूंकि शिकायत लिखित में नहीं की गई है, इसलिए वार्डन के खिलाफ फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है।  – डॉ. सलिल तिवारी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, पंतनगर विवि।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की

एक छात्रा ने आरोप लगाया कि आधी रात को वार्डन ने मैसेज भेजकर उसे जन्मदिन की बधाई दी, फिर फोन किया और कहा ‘मेरी पत्नी घर पर नहीं है, खाना कौन बनाएगा, तुम आ जाओ।’ छात्रा के फोन काटने पर वह दोबारा एक घंटे तक फोन कर इधर-उधर की बातें करता रहा। कई दिन गुजर जाने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

 

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें