ताइवान और चीन के बीच बढ़ा तनाव, ड्रैगन ने 40 बार भेजे फाइटर जेट

ताइपे
ताइवान और चीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है जिससे दोनों के बीच जंग के भड़कने की आशंका तेज हो गई है। चीन ने शुक्रवार और शनिवार को करीब 40 बार ताइवान की सीमा के पास अपने लड़ाकू विमान भेजे। इसके जवाब में ताइवान ने भी चीन के हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। ताइवान की राष्‍ट्रपति ने सेना की तैयारियों का जायजा लिया है और ताइवानी एयर फोर्स ने ड्रैगन पर हमले का जोरदार अभ्‍यास किया है।

ताइवान की राष्‍ट्रपति त्‍साई इंग वेन ने ट्वीट करके कहा, ‘ताइवान की वायुसेना किसी को धमकी नहीं देती है और न ही सैन्‍य उकसावे की कार्रवाई करती है। हमारे जवानों के अंदर यह इच्‍छाशक्ति और क्षमता है कि वे ताइवान की रक्षा कर सकें और चीनी विमानों के हमारे हवाई क्षेत्र में घुसपैठ से भयभीत नहीं है। हम इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

‘चीन जानबूझकर पूर्वी एशिया में तनाव भड़काने में लगा’
चीन कई दिशाओं से ताइवान के खिलाफ फाइटर जेट और बमवर्षक विमान भेज रहा है। इससे पूरे साउथ चाइना सी में तनाव काफी बढ़ गया है। चीन की इस हरकत पर ताइवान की राष्‍ट्रपति ने कहा कि चीन जानबूझकर पूर्वी एशिया में तनाव भड़काने में लगा हुआ है। त्‍साई इंग वेन ने कहा, ‘ताइवान स्‍ट्रेट ही नहीं बल्कि हम इस पूरे इलाके की स्थिति को देख रहे हैं। चीन की हालिया सैन्‍य कार्रवाई स्‍पष्‍ट रूप से ताकत के बल पर धमकी है। यह उसके मौखिक और सैन्‍य धमकी का हिस्‍सा है।’

चीन और ताइवान के संबंध हाल के दिनों में सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। अमेरिकी उप विदेश मंत्री कीथ क्रैच की गुरुवार को ताइवान पहुंचने से चीन और भड़का हुआ है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि चीनी सेना के विमान चारों दिशाओं से ताइवान में घुस रहे हैं। हमारे देखने से चीन की कार्रवाई अभी संयमित है। हर बार अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी ताइवान का दौरा कर रहे हैं। यह चीन की वन चाइना पॉलिसी की खिलाफत है। अखबार ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए लिखा कि उसे आग से खेलना बंद कर देना चाहिए।

तो ताइवान के ऊपर से उड़ेंगे चीनी विमान?
जिनपिंग की पिट्ठू मीडिया ने धमकी देते हुए कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री या रक्षा सचिव ताइवान आते हैं तो चीन के फाइटर जेट उस द्वीप के ऊपर से उड़ान भरेंगे। जिन मिसाइलों का हमने परीक्षण किया है उन्हें भी ताइवान के ऊपर से उड़ान भरनी चाहिए। यहां तक कि ताइवानी राष्ट्रपति के ऑफिस के ऊपर से भी। यदि ताइवान के अधिकारी आक्रामक तरीके से काम करना जारी रखते हैं, तो ऐसे परिदृश्य निश्चित रूप से सही होंगे।

खबरें और भी हैं...