गोपाल त्रिपाठी
लखनऊ/प्रयागराज। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट की मानें तो प्रयागराज(इलाहाबाद) में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में साधुओं के वेश में आतंकी घुसपैठ कर सकते हैं। इस इनपुट को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने शासन-प्रशासन को अलर्ट कर दिया है।
इसके मद्देनजर ऐसा सुरक्षा घेरा बनाने की कवायद में शासन-प्रशासन के साथ पुलिस महकमा जुट गया है ताकि किसी भी सूरत में आतंकी यहां घुसपैठ न कर सकें। जानकार सूत्रों का कहना है कि अभी तक जांच पड़ताल में 60 संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है। अब पुलिस इनकी गहनता से जांच में जुटी हुई है। इस मुद्दे पर जब दैनिक भास्कर यूपी के संवाददाता ने जब एटीएस और अभियोजन विभाग के अधिकारियों से इस बावत फोन से जानकारी ली तो गोलमोल जवाब दिया गया। और कुछ स्पष्ट रूप से बोलने से बचते दिखे।
कुंभ मेले पर आतंकी संगठनों की नजर है। लेकिन, उनमें से भी हिजबुल मुजाहिदीन अपने शागिर्दों को यहां भेजने का प्लान बना रही है । खुफिया एजेंसियों ने इस बाबत अलर्ट जारी कर दिया है और हिजबुल मुजाहिद्दीन की सक्रियता पर पैनी नजर रखी जा रही है। प्रयागराज में इस समय कुंभ मेला परिक्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन किया जा रहा है इस काम में पुलिस के अलावा एल आई यू के साथ स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो व इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम भी लगी हुई है । इनके अलावा भी खुफिया सुरक्षा एजेंसियां छानबीन कर रही हैं और जो भी संदिग्ध सामने आ रहे हैं उनके बारे में पूरा रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है । अब तक 50 से अधिक संदिग्ध खुफिया एजेंसियों की नजर में केवल प्रयागराज में ही सामने आ चुके हैं।
लेकिन, कौशांबी में विदेशी नागरिक के फर्जी तरीके से यहां रहने से अनहोनी की आशंकाओं को और बल मिला है, जिसे देखते हुए पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया और तेज कर दी गई है। खुफिया एजेंसियों ने हिजबुल मुजाहिद्दीन समेत कुछ आतंकी संगठनों की सक्रियता सोशल मीडिया के जरिए उत्तर प्रदेश में देखी है और इसे खतरे की घंटी मानकर ही अलर्ट जारी किया गया है।
सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने के साथ ही इंटरनेशनल फोन कॉल पर भी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि आतंकियों के लिए साधु वेश में भी आना आसान नहीं होगा । क्योंकि यहां साधु संतों के मठों से लेकर आश्रमों के बाहर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे और यहां आने वाले एक एक शख्स पर तीसरी आंख और सर्विलांस की अलग-अलग टीमें नजर रखेंगी। किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तत्काल कैच करने के लिए विशेष दस्ते भी तैनात रहेंगे । इसके लिए लगातार एनआईएसए में स्पेशल कमांडो की ट्रेनिंग भी चल रही है। इस बार कुंभ मेले में प्रवेश से पहले ही संदिग्धों पर नजर रखने व कई स्तर पर चेकिंग की व्यवस्था की जा रही है और कुंभ मेला में किसी भी संदिग्ध का घुसना लगभग नामुमकिन बनाया जाएगा, इसके लिए स्पेशल फोर्सेस की यूनिट कई चरणों में सुरक्षा व्यवस्था तैयार करेगी।
कुंभ मेले की सुरक्षा इस बार सर्वोच्च स्तर की होगी। यहां की सुरक्षा कई चरणों की होगी, जिसमें अलग-अलग स्तर से सुरक्षा का एक चक्रव्यूह तैयार किया जाएगा। जिसे भेद पाना किसी के लिए भी नामुमकिन होगा। इसके लिए खुफिया एजेंसियों के साथ ब्लैक कमांडो, आतंकवाद निरोधक दस्ता, स्पेशल कमांडोज, एटीएस की स्पेशल टीमें, सर्विलांस यूनिट, बम डिटेक्शन एवं एंड डिस्पोजल की टीम, एनआईए की टीम, सीआईएसफ, सीआरपीएफ, आरएएफ, सेना का दस्ता, पीएसी, पुलिस, होमगार्ड आदि से कुंभ मेले को एक अवैध किला बनाया जाएगा। एडीजी प्रयागराज जोन एस एन साबत ने बताया कि कुंभ मेले की सुरक्षा सर्वोच्च स्तर की होगी और लगातार संदिग्धों की जानकारी पूरी तरह जुटाई जा रही है। खुफिया सुरक्षा एजेंसी की टीमें भी अलग से अपना काम कर रही हैं । कुंभ मेले की सुरक्षा अब तक की सर्वोच्च सुरक्षा स्तर का नमूना होगा।
कुंभ की तैयारी में जुटा परिवहन विभाग, गोरखपुर परिक्षेत्र से चलेंगी 415 बसें
गोरखपुर। प्रदेश सरकार की पहल पर परिवहन निगम ने भी कुंभ की तैयारी शुरू कर दी है। कुंभ के दौरान प्रयाग के संगम तट पर पूर्वांचल के श्रद्धालुओं को स्नान कराने के लिए 415 स्पेशल बसें चलाई जाएंगी। यह बसें गोरखपुर परिक्षेत्र के विभिन्न डिपो से चलाई जाएंगी। बसों को समय से संचालित करने के लिए संविदा चालकों और परिचालकों की भर्ती भी शुरू हो गई है। ताकि, स्पेशल बसों का संचलन प्रभावित न हो।
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने तो कई माह पहले से ही कुंभ की तैयारी शुरू कर दी है। इलाहाबाद सिटी से विभिन्न तिथियों में पूर्वोत्तर रेलवे के सभी रूटों पर लगभग 100 स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है। कुंभ के दौरान इस रूट पर चलने वाली सभी ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। रुटीन गाडियां भी सभी स्टेशनों पर रुकते हुए चलेंगी। इसके अलावा परिवहन विभाग भी कुंभ स्नान को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दिया है। दीपावली व छठ पर्व बीतने के बाद रोडवेज की बसों के लिए यात्रियों में मारामारी दिख रही है। बसों की किल्लत के चलते त्योहार मना कर महानगरों की ओर रोजी रोटी के लिए रवाना होने वाले यात्रियों को पापड बेलना पड रहा है। इस समस्या को देखते हुए रोडवेज विभाग ने अतिरिक्ति व्यवस्था की है।
जो छठ पर्व पर घर आए लोगों के लिए राहत भरी खबर है। वापसी के लिए अब वे वातानुकूलित की तरह सामान्य एक्सप्रेस बसों में भी एडवांस टिकट बुक करा सकते हैं। टिकट बुक कराने के लिए लोगों को गोरखपुर परिक्षेत्र के समीप वाले बस डिपो में जाना पड़ेगा। विशेषतः टिकटों की बुकिंग समूह में ही होगी। अगर किसी गांव या कस्बे के लोग समूह में लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद और दिल्ली आदि जाना चाहते हैं तो वे डिपो में आकर टिकटों की बुकिंग करा सकते हैं। किराए में कोई बढोत्तरी नहीं होगी। निर्धारित तिथि और समय से बस पास वाले डिपो में खड़ी रहेगी। अगर जरूरत पड़ी तो निगम बस को गांव या कस्बा में भी भेज देगा। बुकिंग वाली बसों में सीट खाली होने पर एक या दो व्यक्ति भी एडवांस टिकट बुक करा सकते हैं। गोरखपुर परिक्षेत्र में यह सुविधा छठ बाद एक सप्ताह से अधिकतम दस दिन तक मिलेगी। दरअसल लोग छठ पर्व मनाने किसी तरह घर तो पहुंच गए हैं लेकिन इसके बाद वापसी मुश्किल हो गई है। ट्रेनों में जगह नहीं मिल रही।
बसों में धक्कामुक्की करनी पड़ रही। दिल्ली और पंजाब आदि से घर पहुंचे पूर्वांचल और बिहार के सीमाई क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में परिवहन निगम ने इस नई सुविधा की शुरुआत की है। इस संबंध में परिवहन निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक मुकेश कुमार ने बताया कि छठ पर्व पर घर आए लोगों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था की गई है। यात्री डिपो पहुंचकर विस्तृत जानकारी ले सकते हैं। छठ की भीड़ के बाद इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाएगा।