गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। जिला कप्तान के कार्यलय में तैनात क्लर्क को सब इंस्पेक्टर से घूस मांगना आज महंगा पड़ गया। लखनऊ और गोरखपुर की एंटी करप्शन की टीम ने शिकायत के बाद जाल बिछाया और घूस लेते हुए क्लर्क रंगे हाथ टीम बिछाए जाल फंस गया।टीम उसे गिरफ्तार कर कैण्ट थाने ले गई. जहां उसके खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
एसएसपी कार्यालय में तैनात क्लर्क को एंटी करप्शन की लखनऊ से आई टीम ने घूस लेने के एक मामले में गिरफ्तार किया है. एंटी करप्शन के निरीक्षक हरि सिंह के नेतृत्व में ये कार्रवाई की गई है. इस टीम में एंटी करप्शन गोरखपुर के अलावा डीएम और सीएमओ कार्यालय के दो कर्मियों ओपीजी राव और प्रदीप श्रीवास्तव भी टीम में मौजूद थे।
बता दे कि कैम्पियरगंज में तैनात सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव द्वारा उनकी पुत्री के इलाज के लिए पत्रावली संस्तुति के लिए एसएसपी कार्यालय में भेजी गई थी. इस पत्रावली में पॉजिटिव रिपोर्ट लगाने के लिए लिपिक ज्ञानेन्द्र सिंह द्वारा सब इंस्पेक्टर से घूस मांगा जा रहा था. ये बात पंकज कुमार यादव को नागवार लगी. उन्होंने अपने ही विभाग के क्लर्क द्वारा घूस मांगने की शिकायत एंटी करप्शन विभाग में कर दी. टीम ने पूरी योजना के साथ प्लान बनाकर क्लर्क को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया. लखनऊ और गोरखपुर की संयुक्त टीम के प्लान के तहत जैसे ही सब इंस्पेक्टर पंकज कुमार यादव से क्लर्क ज्ञानेन्द्र सिंह ने 5,000 रुपए घूस लिया, टीम ने उसे दबोच लिया. आगे की पूछताछ के लिए उसे कैंट थाने लाया गया. उसके खिलाफ घूस मांगने का मामला दर्ज कर पूछताछ के बाद पुलिस और एंटी करप्शन की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी है।