
राज्य में अब किसी भी मतदान केंद्र पर नहीं होंगे 1200 से अधिक मतदाता
लखनऊ , 28 अक्टूबर (हि.स.)। भारत निर्वाचन आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के द्वितीय चरण में उत्तर प्रदेश सहित देश के 12 राज्यों में मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कराने का निर्णय लिया है। यह विशेष अभियान लगभग 22 वर्ष बाद आज 28 अक्टूबर 2025 से फिर शुरू हुआ है। उत्तर प्रदेश के 1,62,486 बूथों पर एक साथ यह पुनरीक्षण कार्य किया जाएगा और इसके लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा मतदेय स्थल पर बूथ लेवल अधिकारी की तैनाती की गई है।
उत्तरप्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) काे सफलतापूर्वक करने के लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और बीएलओ को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक तैयारी, प्रशिक्षण और प्रपत्र मुद्रण का कार्य होगा। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित करेंगे और भरवाकर वापस लेंगे। आलेख्य मतदाता सूची 9 दिसंबर को प्रकाशित की जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी रिणवा ने बताया कि दावे और आपत्तियां 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक प्राप्त की जाएंगी जबकि इनका निस्तारण 31 जनवरी तक पूरा होगा। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित होगी। उत्तर प्रदेश में लगभग 15.44 करोड़ मतदाता हैं। 75 जिला निर्वाचन अधिकारी, 403 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 2,042 सहायक अधिकारी और 1,62,486 बूथ लेवल अधिकारी कार्यरत हैं।
उन्हाेंने बताया कि किसी भी मतदेय स्थल पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, इसके लिए मतदेय स्थलों का सत्यापन और समायाेजन भी इस अवधि में किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय सहयोग की अपील की है।













