परिषदीय विद्यालय में 48 घंटे से बंद है गोवंश

जिम्मेदार आखिर कब निभाएंगें अपनी जिम्मेदारी, कुछ गोवंशों को गौशाला भिजवा दिया गया
कुरावली/मैनपुरी- क्षेत्र के गांव नौगांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में गांव के ही किसानो द्वारा आवारा घूम रहे गोवंशो को बंद करके ताला लगा दिया गया था। किसानो का आरोप है कि आवारा रुप से घूमने वाले गोवंश खेत में खड़ी फसल को चैपट कर देते है। गांव के किसान अपने अपने खेतो में खड़ी फसलो की रखवाली करके परेशान हो गए है। लेकिन गोवंशों की देखभाल के लिए कोई भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी आगे नही आता है। इसलिए गोवंशों को विद्यालय में बंद करा दिया है।


क्षेत्र के गांव नौगांव में खेत में खड़ी फसलो के नुकसान को देखते हुए किसानों द्वारा गांव के आस पास आवारा रुप से घूम रहे गोवंशों को गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में बंद करके ताला लगा दिया गया। किसानों द्वारा बुधवार की रात्रि 9 बजे के लगभग विद्यालय में गोवंशों को बंद किया था। गुरुवार को विद्यालय के अध्यापक आदि द्वारा उच्चाधिकारियों को सूचित करके थाने में तहरीर दी गई थी। इतना सब कुछ होने के बाद भी शुक्रवार के दोपहर तक गोवंश विद्यालय के अंदर ही बंद थें। दोपहर बाद लगभग 1 बजे के करीव बंद गोवंशो में बाहन द्वारा 7 गोवंश ले जाए गए। उसके बाद शाम के लगभग 5 बजे के लगभग 17 गोवंश बाहन द्वारा गौशाला के लिए ले जाए गए। लेकिन परिषदीय विद्यालय में अभी डेढ़ दर्जन के लगभग गोवंश बंद बताए जाते है। जिन्हे बंद हुए तीसरा दिन था।


प्रशासन के प्रति किसानो में था आक्रोश
इस संबंध में जब गांव के किसानो से वार्ता की गई तो आक्रोश व्यक्त करते हुए किसानो ने वताया कि खेत में कोई फसल नही होती है। अगर रात्रि को रखवाली कर लो तो कुछ फसल हो जाती है। अन्यथा सब फसल बेहार हो जाती है। किसानो का कहना था कि जब शासन से हर एक पंचायत में गोवंशों की देखरेख के लिए जिम्मेदारी तय कर दी गई है। लेकिन जिन लोगो को जिम्मेदारी दी गई है। वह अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है। इसीलिए गोवंश फसलो का नुकसान कर रहे है।

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