दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । जिले में बिना मान्यता लिए आधा सैकड़ा के करीब विद्यालय संचालित हो रहे हैं जिनमे कई तो ऐसे हैं जो एक जगह की मान्यता लेकर कई जगह संचालित हो रहे हैं। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में एक बाबू की कई दशकों से तूती बोलती है। उसी के हिसाब से कार्यालय का लगभग पूरा सिस्टम चलता है। दशकों से विद्यालयों की मान्यता व सेंटरों का वितरण बाबू के मेज के नीचे से ही होता है ! ऐसा नहीं कि इस बाबू का तबादला न हुआ हो मगर कोई न कोई तिकड़म करके बाबू जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में ही बना रहता है। वर्तमान में भी बाबू की तैनाती सहिली के एक इंटर कॉलेज में बताई जा रही है मगर आज भी वह कुर्सी लगाकर मुख्य कार्यालय में ही बैठता है। बाबू ने अपनी नौकरी के दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई मगर सिस्टम में मजबूत पकड़ के चलते हर बार बच गया।
बच्चों के भविष्य से कर रहे थे खिलवाड़ !
बताते चले कि जिले के दर्जनों विद्यालय बिना मान्यता लिए इसी बाबू की शह पर संचालित हो रहे हैं ! वहीं मंगलवार को जिले में अवैध विद्यालयो के खिलाफ अभियान चलाया गया जिसमें 13 विद्यालय बिना मान्यता के संचालित होते नोडल अधिकारी द्वारा पकड़े गए। इन सभी के खिलाफ जिला विद्यालय निरीक्षक ने नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर विद्यालय बंद करने की चेतावनी दी है साथ ही संचालकों से स्कूल बंद करने का शपथपत्र भी मांगा है।
जांच में पकड़े गए 14 अवैध विद्यालय, नोटिस जारी कर पल्ला झाड़ा !
बता दें कि पकड़े गए विद्यालयों में श्रीमती रामरती शिक्षा निकेतन अल्लीपुर, सीएसए कांवेंट स्कूल दसवां मिल, यशोदा देवी शिक्षा सदन अल्लीपुर तेलियानी, पं. देवदत्त पब्लिक स्कूल शिवपुर आदमपुर, संत निरंकारी पब्लिक जूनियर हाईस्कूल मनीपुर बहुआ, राम सहाय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अयाह, स्व. शिवविशाल इंटर कॉलेज बड़ा गांव मछरिहा, बाजपेयी आदर्श बाल विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल गौरव नगर शाह, ब्रिलियंट पब्लिक उच्चतर माध्यमिक स्कूल राधानगर फतेहपुर, आनंद विद्या मंदिर अल्लीपुर फतेहपुर, फूल पत्ती देवी मेमोरियल पब्लिक स्कूल नई तहसील अस्ती चौराहा, शिवनंदन पाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय दसवां मील, सुरजी देवी बालिका जूनियर हाईस्कूल हसनापुर सानी शामिल हैं जिनके खिलाफ नोटिस जारी की गई है। इन सभी स्कूलों को तीन दिन के अंदर बंद करने का शपथपत्र दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिना मान्यता संचालित विद्यालयों के संचालकों के खिलाफ नहीं दर्ज हुई एफआईआर !
बिना मान्यता के विद्यालय संचालित कर बच्चो को फर्जी आईकार्ड, अंकपत्र आदि प्रपत्र जारी कर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाले संचालकों के खिलाफ विभाग ने सिर्फ नोटिस जारी कर मामले से पल्ला झाड़ लिया है जबकि ऐसे मामलों में संचालकों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज करानी चाहिए।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि विभाग द्वारा नामित नोडल अधिकारी द्वारा 13 विद्यालय माध्यमिक के व 1 विद्यालय बेसिक का बिना मान्यता संचालित पकड़ा है। बेसिक के विद्यालय से सम्बंधित बीएसए से बात कर उन्हें जानकारी दी गई है जबकि अन्य सभी 13 विद्यालयों को नोटिस जारी कर उनके प्रपत्र मांगे गए हैं। तीन दिन के बाद नियमानुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी।