श्रद्धालुओं की आस्था पर नहीं दिखा ठंड का असर

नैमिषारण्य-सीतापुर। तीर्थ में आज हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था खराब मौसम पर भी भारी पड़ी। तीर्थ में घने कोहरे के बीच सुबह 3 बजे से ही श्रद्धालुओं ने मौनी व भौमवती अमावस्या अंतर्गत महोदय नामक दुर्लभ योग में तीर्थ अंतर्गत राजघाट, दशाश्वमेघ घाट, देवदेवेश्वर घाट और चक्रतीर्थ पर स्नान पूजन का जो क्रम शुरू किया वह देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अपने पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान, श्राद्ध आदि पितृकर्म कार्य भी किये।

आज सुबह जैसे ही अमावस्या का मुहूर्त शुरू हुआ उसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने चक्र तीर्थ गोमती में स्नान कर तीर्थ पुरोहितों को यथाशक्ति अन्नदान व दक्षिणा देकर उनका आशीष लिया। इस दिन तीर्थ में पूरे दिन श्रद्धालुओं द्वारा मां ललिता देवी मंदिर, व्यास गद्दी, हनुमान गढ़ी, सूत गद्दी, शौनक गद्दी, देवदेवेश्वर, कालीपीठ, बाला जी मंदिर आदि धर्मस्थलों में देवदर्शन, पूजन, दान का देर शाम तक क्रम चलता रहा। आज के दिन श्रद्धालुओं ने रामभक्त हनुमान के पूजन पाठ के साथ ही भगवान विष्णु को समर्पित श्री विष्णु सहस्त्रनाम पाठ, श्री सत्यनारायण वृत कथा आदि अनुष्ठानों के आयोजन के साथ ही पीपल के पेड़ का विधिवत पूजन किया और अपने पितरों की अक्षय तृप्ति के लिए पिंड दान श्राद्ध किया।

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