
औरैया। अपराह्न करीब 2 बजे शहर के मोहल्ला निवासी एक मासूम बालिका को एक युवक ने टॉफी बिस्किट आदि का लालच देकर अपहरण कर लिया। इसके बाद बालिका को छोड़ने के लिए फिरौती मांगी। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस अधीक्षक ने अपहर्ता को गिरफ्तार करने के लिए टीमें गठित की। पुलिस ने जालौन रोड शमशान घाट मोड़ देवकली मंदिर के सामने मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये अभियुक्ति दाएं पैर में गोली लगी है। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान अभियुक्त के कब्जे से एक मोटरसाइकिल, तमंचा, कारतूस, खोखा कारतूस बरामद किया है। इसके साथ ही बालिका को बरामद कर लिया। घायलावस्था में आरोपित को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।एसपी ने घटना का मौका मुआयना किया।
पुलिस मुठभेड़ में अपहरणकर्ता को गिरफ्तार
शुक्रवार 21 अप्रैल 2023 को करीब 2 बजे जनपद कानपुर देहात थाना डेरापुर क्षेत्र के ग्राम लडुआपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र अज्ञात मोहल्ला पर इन दरवाजा निवासी स्कूल में पढ़ने गई एक 5 वर्षीय मासूम बालिका का अपहरण कर लिया। जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस एवं पुलिस कप्तान को दी गई। पुलिस कप्तान चारू निगम का घटना का तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेते हुए तीन टीमें गठित कर तत्काल बच्ची की बरामदगी के लिए दिशा निर्देश दिए। जिस पर पुलिस टीम औरैया द्वारा कार्रवाई करते हुए चैकी देवकली श्मशान घाट मोड़ पर मंगला काली मंदिर के सामने बच्ची को सकुशल बरामद किया। इसके साथ ही मुठभेड़ में अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की। मुठभेड़ के दौरान अपहरणकर्ता की दाहिने पैर में गोली लगी है।
किसी इलाज के लिए जिला अस्पताल औरैया में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने अपहरणकर्ता के कब्जे से एक अदद मोटरसाइकिल पैशन प्रो रेड कलर बिना नंबर प्लेट, एक अदद तमंचा, 2 जिंदा कारतूस 315 बोर, 01 अदद खोखा कारतूस 315 बोर व 02 बैग भी बरामद किए हैं। पकड़े गये अभियुक्त के खिलाफ विधिक कार्यवाही प्रचलित है। पुलिस कप्तान चारू निगम ने बताया कि शुक्रवार को 2 बजे उन्हें सूचना मिली की मोहल्ला पढीन दरवाजा से एक गृहस्वामी का एक 8 वर्षीय पुत्र व 5 वर्षीय पुत्री स्कूल जा रही थी। उसी समय उनका एक रिश्तेदार जोकि बच्चों का चचेरा मामा लगता है। वह चिप्स आदि का प्रलोभन देकर बहला-फुसलाकर बच्चों को ले गया। दोपहर में लंच के समय बच्चे ने अपनी बहन को देखा तो वह नहीं मिली। सूचना पर उन्होंने तत्काल कोतवाली पुलिस व सर्विलांस की तीन टीमें गठित की। अभियुक्त ने गृहस्वामी को बताया कि यदि पुलिस को सूचना दी तो वह बच्ची को मार देगा।
बच्ची की मां ने आरोपित को विश्वास में लेते हुए कहा कि पुलिस नहीं लगी है। बच्ची की मां का ट्रोल अच्छा रहा। अभियुक्त ने 2 लाख रुपए लेकर मंगला काली आने के लिए कहा। जैसे ही अभियुक्तों वहां पहुंचा तभी उसने पुलिस को लगा हुआ देखा, तो वह बच्ची को धक्का देकर भागने लगा। पुलिस ने उसका पीछा कर आवश्यक घेराबंदी करते हुए पकड़ने का प्रयास किया, तभी उसने फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायर किया। गोली अभियुक्त के दाहिने पैर में लगी। जिससे वह जख्मी हो गया। घायलावस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस संबंध में अग्रिम कार्यवाही प्रचलित है।