
नई दिल्ली : दोस्तों के साथ समुद्र किनारे मस्ती करना किसे अच्छा नहीं लगता? लेकिन कभी-कभी यह मस्ती एक अजीब अनुभव में बदल जाती है। ऐसा ही कुछ हुआ डेबोरा कॉब के साथ, जब 19 साल की उम्र में बीच पर मस्ती के दौरान उन्होंने लगातार गुलाटियां मारनी शुरू कर दीं। लेकिन 13वीं गुलाटी के बाद जो हुआ, उसने उनकी ज़िंदगी का नजरिया ही बदल दिया।
अब 42 साल की हो चुकीं डेबोरा ने हाल ही में अपने उस हैरान कर देने वाले अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि वो अपने दोस्तों के साथ समुद्र तट पर थीं, जब अचानक यह तय हुआ कि देखा जाए कौन सबसे ज़्यादा कार्टव्हील गुलाटी कर सकता है। डेबोरा ने खेल-खेल में यह चुनौती स्वीकार की और कार्टव्हील करना शुरू कर दिया।
मैंने लगातार 13 बार गुलाटी मारी, डेबोरा ने बताया, लेकिन जैसे ही रुकी और खड़ी हुई, मुझे ज़ोर से चक्कर आया और मेरी आंखों के सामने सब कुछ धुंधला हो गया। मैं सीधे देख ही नहीं पा रही थी। जब मैंने अपनी दोस्त की तरफ देखा, तो उसका चेहरा एक नारंगी धुंध में लिपटा हुआ नज़र आया।
उन्होंने कहा कि उन्हें किसी तरह का दर्द महसूस नहीं हो रहा था, पर आंखें किसी भी चीज़ पर फोकस नहीं कर पा रही थीं। साइड विज़न बरकरार था, लेकिन सीधी नज़र पूरी तरह धुंध से ढक चुकी थी।
हालांकि डेबोरा की आंखों की रोशनी कुछ ही समय बाद वापस आ गई, लेकिन ये घटना उनके लिए कभी न भूलने वाला अनुभव बन गई। डॉक्टरों के मुताबिक, ज्यादा देर तक उल्टे-सीधे शरीर को घुमाने से मस्तिष्क में अस्थायी रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो सकती है, जिससे ऐसी स्थिति बनती है।