– यह ग्रहण काशी क्षेत्र में सुबह 8.21 पर स्पर्श करेगा और मध्य 9.40 तथा मोक्ष 11.14 बजे होगा
– ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व यानि 25 दिसम्बर की रात्रि से प्रारम्भ होगा
– भारत में भी दिखाई देने वाला यह सूर्य ग्रहण 2.53 मिनट का होगा
इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मूल नक्षत्र धनु राशि पर 26 दिसम्बर को लग रहा है, जो सम्पूर्ण भारत में दिखाई देगा। यह ग्रहण काशी क्षेत्र में सुबह 8.21 पर स्पर्श करेगा और मध्य 9.40 तथा मोक्ष 11.14 बजे होगा। जबकि प्रयागराज में 8.25 पर स्पर्श, मध्य 9.44 एवं मोक्ष 11.18 पर होगा। ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व यानि 25 दिसम्बर को रात्रि से ही प्रारम्भ हो जाएगा।
ज्योतिषाचार्य अविनाश राय ने बताया कि सूर्य ग्रहण की खास बात यह है कि यह भारत में भी दिखाई देगा और कुल मिलाकर 2.53 मिनट का यह सूर्य ग्रहण होगा। इस बार यह सूर्य ग्रहण धनु राशि पर लग रहा है। इस दौरान सूर्य आग से भरी अंगूठी की तरह नजर आएगा जिसे वैज्ञानिकों की भाषा में वलयाकार सूर्य ग्रहण कहा जाता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी रखें, पेट पर हल्का गाय के गोबर का लेप लगाएं। सूतक लग जाने पर मंदिर में प्रवेश करना, मूर्ति को स्पर्श करना, भोजन करना, यात्रा आदि वर्जित है। ग्रहण मोक्ष के बाद पीने का पानी ताजा ले लेना चाहिए। ज्योतिषाचार्य अविनाश राय के अनुसार ग्रहण का राशिफल मेष मानहानि, वृष अत्यधिक कष्ट, मिथुन स्त्री कष्ट, कर्क सौख्य पूर्ति, सिंह चिंताजनक, कन्या व्यथा, तुला श्री प्राप्ति, वृश्चिक क्षति, धनु घात, मकर हानि, कुंभ लाभ, मीन राशि वालों को सुख देने वाला होगा।
गौरतलब है कि इस वर्ष कुल तीन ग्रहण हैं, दो ग्रहण लग चुके हैं। जिनमें पहला 6 जनवरी 2019 को सुबह 4.05 बजे से 9.18 बजे तक तथा दूसरा 2 जुलाई को रात्रि 11.31 बजे से 2.17 बजे तक था। तीसरा ग्रहण 26 दिसम्बर को सुबह 8.25 से 11.18 बजे तक है।