कांवड़िया हत्याकाण्ड का मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

  • कई दिनों तक बीहड़ों की खाक छानने के बाद सफलता लगी हाथ

किशनी/मैनपुरी। महाशिवरात्रि से दो दिन पूर्व 8/9 की रात श्रंगीरामपुर गंगातट से गंगाजल भरने जा रहे कांबडियों के रेले में एक पिकअप तथा ट्रेक्टर सवारों के बीच हुई झड़प ने अनुज शाक्य पुत्र रामानन्द निवासी गीजा, थाना सैंफई जनपद इटावा के एक कांबडिये की जान ले ली थी। गोली मारने के बाद ट्रैक्टर पर सवार आरोपियों की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। इसके बाद सारे आरोपी ट्रैक्टर लेकर मोहकमपुर से होते हुये नवीगंज, बेबर, भोगांव, मैनपुरी, करहल होते हुये इटावा गये और बाद में भिण्ड तक पहुंच गये।

उक्त हत्याकाण्ड का खुलाशा करने करना पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय, एएसपी मधुवन कुमार तथा सीओ अमर बहादुर ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया। एसपी के आदेश पर पुलिस की तीन टीमों का गठन किया गया। सीओ अमर बहादुर स्वयं मध्य प्रदेश के जनपद भिण्ड के कई इलाकों की खाक छानते रहे। अंत में उन्हैं सफलता हाथ लगी। पुलिस ने दो दिन पूर्व मंगलवार को एक आरोपी कुलदीप उर्फ बाबा को मय ट्रैक्टर ट्रॉली गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पर मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड से दूर थे। पुलिस टीम जिसमें इंस्पेक्टर अजीत सिंह तथा एसएसआई जैकब फर्नान्डिस ने अथक प्रयास कर शुक्रवार की सुबह मुख्य आरोपी तथा उसके साथी को को भी दबोच लिया।

इसके लिये थाना पुलिस ने भिण्ड पुलिस की भी मदद ली। दर्जनों की संख्या में सीसीटीवी कैमरे खंगाले, आरोपियों के मोबाइल से उनकी लोकेशन ट्रैस की तथा मुखबिरों का जाल बिछाया। दूसरी ओर आरोपी भी अपने ठिकाने लगातार बदल रहे थे। जिसमें आरोपी डाल डाल तो पुलिस पात पात की चाल चल रही थी। पर आखिकार आरोपी पुलिस के जाल में फंस ही गये और पुलिस ने दो आरोपियों को रेलवे स्टेशन के पास से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पकडे आरोपियों में एक ने अपना नाम सूरज उर्फ छोटू पुत्र इन्द्रभान भदौरिया निवासी बी ब्लॉक शास्त्रीनगर, तथा दूसरे ने रवि चैहान उर्फ कटप्पा पुत्र अरविन्द सिंह निवासी मानपुरा थना कोतवाली देहात भिण्ड मध्य प्रदेश बताया। पुलिस दोनों को थाने ले आई। दोनों ने पुलिस को घटना स्थल कुछ दूर नदी के किनारे ले जाकर हत्या में प्रयुक्त 315 बोर का तमंचा तथा एक कारतूस झाडियों के झुण्ड से बरामद करा दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों का लिखापढी के बाद चालान कर दिया है।

  • कुख्यात अपराधी हैं दोनों आरोपी

किशनी/मैनपुरी। थाने पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान सीओ अमरबहादुर ने दोनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में बताते हुये कहा कि मुख्य आरोपी की कोतवाली भिण्ड में क्षेत्र में काफी दहशत है। वह जरा सी बात पर लोगों पर गोली चलाने से नहीं हिचकता है। जान से मारने के प्रयास में ही उस पर भिण्ड थाने में दो मुकद्दमे दर्ज हैं। दूसरा आरोपी रवि चैहान उर्फ कटप्पा पर भी थाना भिण्ड में जान से मारने के प्रयास में एक मुकद्दमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि ऐसे दुर्दान्त अपराधियों के जेल के अन्दर ही रहने से क्षेत्र में अमन चैन बरकरार रह सकता है। उक्त दोनों आरोपियों को धर दबोचने के लिये एसपी अविनाश पाण्डेय ने इंस्पेक्टर अजीत सिंह, का0 मोहन जादौन, रामबाबू, विपिन कुमार को प्रशस्ति पत्र तथा नकद धनराशि की घोषणा की है।

  • हत्याकाण्ड का खुलासा बड़ी उपलब्धि

किशनी/मैनपुरी। किसी भी अपराध का खुलाशा करना पुलिस का कर्तव्य होता है। उसे किसी भी कीमत पर अपराध का खलासा कर आरोपियों को पकड कर जेल तक ले जाना होता है। उसकी ड्यूटी यहीं खत्म नहीं होती। बल्कि अपराधी को सजा दिलाने के लिये कोर्ट के भी चक्कर काटने पड़ते हंै। पर उक्त हत्याकाण्ड अपने आप में अलग था। इसमें पीड़ित पक्ष के अलावा यह पता करना बेहद मुश्किल था कि असल आरोपी कौन है। इसका कारण उन दिनों सड़कों पर भीड़ का रेला चल रहा था। पीड़ित पक्ष आरोपियों के बारे में कुछ भी बता पाने में असमर्थ थे। पुलिस ने कई दुकानों, चैराहों तथा टोल नाकों पर लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरे खंगाले। बीहडों में बसे कई गांवों की खाक छानी।

मध्य प्रदेश पुलिस की मदद ली। अंत में हम चम्बल पार के ठाकुर हैं शब्द पर ध्यान केन्द्रित किया। अंत में पुलिस की मेहनत रंग लाई उसने तीन आरोपियों को तो ढूंढ कर जेल की सलाखों के पीछे कर दिया पर अभी भी एक आरोपी दीपू यादव पुलिस से आंख मिचैली खेल रहा है। सीओ अमर बहादुर ने बताया कि अब उसके दिन गिने चुने हैं। जल्दी ही वह भी अपने सही जगह पर होगा।

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