दिल्ली कांग्रेस की कमान किसके हाथों में सौंपी जाएगी ? इस बात का ऐलान आज (शुक्रवार) हो जाएगा। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी इस रेस में शामिल कई नामों में से किसी एक नाम पर मुहर लगाएंगी। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन के बाद से ही यह पद लगभग ढाई महीने से खाली है। लेकिन अब यह पद पार्टी आलाकमान द्वारा किसी योग्य नेता को सौंप दिया जाएगा। अध्यक्ष पद की रेस में 9 नेता शामिल हैं, जिनमें दिल्ली के पूर्व अध्यक्षों के नाम भी जुड़े हुए हैं।
अध्यक्ष पद की रेस दिल्ली के 4 पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा, अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली और जेपी अग्रवाल का नाम आगे चल रहा है। शीला दीक्षित के बेटे और वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित भी इस रेस में पीछे नहीं है। सोनिया गांधी इस संबंध में प्रदेश प्रभारी पीसी चाको सहित लगभग 50 नेताओं से चर्चा कर चुकी है। इन नेताओं में जिला अध्यक्ष से लेकर बड़े नेता भी शामिल रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया, देवेन्द्र यादव और हारून यूसुफ में से किसी को भी हाईकमान द्वारा अध्यक्ष का प्रभार सौंपा जा सकता है। वहीं अध्यक्ष पद के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भगवत झा आजाद के बेटे कीर्ति आजाद का नाम भी चर्चा में बना हुआ है।
कीर्ति आजाद सबसे आगे
दिल्ली कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार हैं और गुटों में बंटी कांग्रेस के लिए अध्यक्ष बनाने की चुनौती भी कम नहीं है. पार्टी में गुटबाजी को देखते हुए ही कीर्ति आजाद को रेस में सबसे आगे बताया जा रहा है। कीर्ति न सिर्फ क्रिकेट के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं, बल्कि बिहार के दरभंगा से दो बार सांसद भी रह चुके हैं।
ये भी हैं दावेदार
कीर्ति के अलावा दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जे पी अग्रवाल भी अध्यक्ष पद की रेस में हैं । जे पी अग्रवाल को सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है और साथ ही पुराने कांग्रेसी नेताओं में उनको लगातार तरजीह दी जाती रही है। जे पी अग्रवाल के अलावा संदीप दीक्षित भी अध्यक्ष की कुर्सी के प्रमुख दावेदार हैं। संदीप दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं और साथ ही पूर्वी दिल्ली से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. शीला दीक्षित के समर्थकों में संदीप की अच्छी पैठ है.
नए चेहरे की भी चर्चा
पार्टी में किसी नए और युवा चेहरे को भी मौका देने की चर्चा है, जिन्हें आगे आने वाले समय में दिल्ली के भविष्य के तौर पर युवाओं के बीच मौका मिले. फिलहाल, दिल्ली कांग्रेस में तीन कार्यकारी अध्यक्ष हैं, जिनमें हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोथिया शामिल हैं. इन सबके अलावा कुछ और युवा चेहरे और पार्टी प्रवक्ता भी अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं।