ज्ञान प्रकाश अवस्थी
जमातियों के स्वभाव में आया बदलाव, मानने लगे डॉक्टरों की सलाह
– इलाज में लगे डाक्टरों ने प्रोटोकॉल का पालन करने की दी नसीहत
कानपुर । देश भर में कोरोना पॉजिटिव तब्लीगी जमातियों द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने की घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। कानपुर मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में रखे गए जमातियों ने भी मेडिकल स्टॉफ के साथ भी दुर्व्यवहार किया लेकिन अब उन्हें अपनी गलती पर पछतावा हो रहा है। कोरोना पॉजिटिव जमाती अब डॉक्टरों से माफी मांगकर जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं।
बीतें दिनों तब्लीगी जमातियों के बिगड़ैल स्वभाव की तस्वीरें देखने के बाद अब कानपुर में जमातियों का बदला हुआ चेहरा सामने आया है। कानपुर में जिन तब्लीगी जमातियों ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (हैलट) के डॉक्टरों पर थूकने जैसा घिनौना कृत्य किया था, अब वही जमाती डॉक्टरों से खतरनाक कोरोना से खुद की जान बचाने की गुहार करके कह रहे हैं कि वह परिवार से मिलना चाहते हैं और उन्हें बचा लिया जाए।
मौत के खौफ से जमातियों की अकल आई ठिकाने
पूरे देश में तब्लीगी जमाती पुलिस और मेडिकल टीम के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं। लगातार जमातियों का रवैया बहुत ही खराब देखने को मिला है लेकिन कानपुर के हैलट अस्पताल के आइसोलेशन में रखे गए जमातियों को कोरोना की पुष्टि होने के बाद समझ आ चुकी है। अब वे डॉक्टरों के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं कि हमारी जान बचा लीजिए। कानपुर में जमातियों का यह बदला चेहरा और जान बचाने की उनकी अपील देश के सभी तब्लीगी जमातियों के लिए एक उदाहरण बन सकती है। उनके बदले रवैये के बाद डॉक्टर भी जमातियों को समझा रहे हैं कि आप बिल्कुल परेशान मत हो, केवल 14 दिन की बात है। 14 दिन में आप लोग बिल्कुल ठीक होकर घर जा सकते हैं।
मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य बोलीं, डॉक्टरों ने बढ़ाया जमातियों का हौसला
कानपुर मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) की प्रिंसिपल डॉ. आरती लाल चंदानी ने शुक्रवार को बताया कि हैलट अस्पताल में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के कोरोना वॉर्ड में इलाज के दौरान इन लोगों ने डॉक्टरों के साथ अभद्रता की, उन पर थूका और गालीगलौज भी की थी लेकिन अब इन्हें संक्रमण का डर सता रहा है। ये जमाती पैरामेडिकल स्टॉफ के सामने बिलख-बिलख कर रो रहे हैं। जमातियों ने पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा कि हमें घरवालों की याद आ रही है। बस आप लोग हमारी जान बचा लीजिए। प्राचार्य ने बताया कि इलाज में लगे डॉक्टरों ने इन जमातियों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने बताया कि पैरामेडिकल स्टॉफ ने इन जमातियों को समझाया कि जल्दी ठीक होने के लिए आप लोग प्रोटोकॉल का पालन करें। डॉक्टरों की बात मानें और समय से दवा खाएं।