जिस बेटे का किया था अंतिम संस्कार, पिता से मांगी उसी ने 20 लाख की रंगदारी


शहजाद अंसारी
बिजनौर। कारोबारी ने चार महीने पूर्व अपने जिस 42 वर्षीय लापता बेटे की लाश पहचान कर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था, पुलिस ने अब उसी बेटे को पिता से 20 लाख की रंगदारी मांगने के आरोप में तीन अन्य लोगों के साथ हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक बिजनौर ने मांमले का खुलासा किया है।


बिजनौर पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना धामपुर के होण्डा शोरुम के मालिक अशोक अग्रवाल का 42 वर्षीय बेटा पल्लव बीती 06 जुलाई 20 को अचानक लापता हो गया था। दिल्ली पुलिस को कुछ दिन बाद दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक शव मिला था। अशोक अग्रवाल ने कपडो के आधार पर शव की पहचान अपने बेटे पल्लव के रूप में की और उसका अंतिम संस्कार कर दिया थ।

एसपी डा0 धर्मवीर सिंह ने बताया कि तीन दिन पूर्व अशोक अग्रवाल को उनके बेटे पल्लव का फोन आया और उसने धमकी देते हुये 20 लाख रूपए की मांग की अशोक अग्रवाल ने इसकी सूचना पुलिस दी। पुलिस ने इस मांमले को चुनौती के रुप में लिया और सक्रियता दिखाते हुए मात्र 72 घंटे के अंदर शातिर पल्लव और उसके साथी संजीव तोमर, दीपक और शुभम को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह के अनुसार पल्लव की दिमागी हालत ठीक नही है इसी का फायदा उठाकर संजीव तोमर और उसके दोनों साथियों ने पिता पुत्र के बीच गलतफहमी पैदा कर अभी तक अशोक अग्रवाल से लगभग साढ़े तीन लाख रूपए ऐंठ चुके हैं। उन्होंने बताया कि पल्लव को इलाज की जरूरत है तीनों आरोपी पल्लव को लगभग चार महीने से हरिद्वार और इधर-उधर घुमाते रहे थे इतना ही नही इन्होने ही पल्लव स जबरन उसके पिता अशोक अग्रवाल को 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के लिए फोन कराया था। एसपी डा0 धर्मवीर सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है।

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