
कानपुर। भीषण गर्मी के बीच अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं से बराबर तापमान गिर रहा है। दो दिनों में अधिकतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस नीचे जा पहुंचा और सामान्य से भी कम हो गया। हालांकि न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है पर गर्मी में उसका कुछ ज्यादा असर नहीं दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो से तीन दिनों तक तापमान ऐसे ही बना रहेगा और लोगों को गर्मी से फिलहाल आशिंक राहत मिल सकती है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम कृषि वैज्ञानिक डा. एस एन सुनील पाण्डेय ने मंगलवार को बताया कि पश्चिमी हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और एक दूसरा पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान पर बना हुआ है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भाग और पंजाब के आसपास के हिस्सों में है। एक ट्रफ रेखा मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब पर बने हुए चक्रवाती क्षेत्र से उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है। एक अन्य ट्रफ रेखा उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक फैली हुई है। बताया कि मंगलवार को कानपुर में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 66 प्रतिशत और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 19 प्रतिशत दर्ज की गई। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्वी रही जिनकी औसत गति नौ किमी प्रति घंटा रही।
बताया कि भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, आसमान साफ रहने के साथ सुबह एवं शाम को राततक तेज हवाओं धूल भरी आंधी के साथ गरज वाले बादल बोछारों के साथ बूंदाबादी होने के आसार हैं।














