
भास्कर समाचार सेवा
शेरकोट ।नगर में खूंखार बंदरों का आतंक अपने चरम पर है। बंदरों के हमलों से कई लोग घायल हो चुके है लेकिन नगर पालिका प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है जो नगर वासियों को बंदरों से निजात दिलाने में नाकाम साबित हो रहा है। नगर वासियों ने उचाधिकारियो से मांग की कि उनको बंदरों की समस्या से निजात दिलाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बंदरों के आतंक से जुड़ा ताजा मामला प्रकाश में आया है। जहां नगर के मोहल्ला तराई निवासी कफील अहमद पुत्र जमील अहमद 46 वर्षीय दोपहर में अपने घर के आंगन में खडा था उसी दौरान खूंखार बंदरों ने कफील की गर्दन पर हमला कर लहूलुहान कर दिया। परिजनों के मुताबिक स्थानीय डाक्टरो ने घायल को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल रैफर कर दिया है। दिन प्रतिदिन नगर में बढ़ रहे खूंखार बंदरों के आतंक से लोगो का जीना दुश्वार है मगर नगर पालिका प्रशासन इस समस्या की और ध्यान नही दे रहा है। कुंभकर्णी नींद में सोए पालिका प्रशासन को शायद किसी बड़ी घटना का इंतजार है। नगर वासियों ने बंदरों को पकड़वाने की मांग की है।