आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में शनिवार को 18 आवारा कुत्तों को जहर देकर मारने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। उस पर पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी ने दावा किया है कि गांव के सरपंच ने उसे कुत्तों को मारने का आदेश दिया था।
पुलिस ने बताया कि मामला चेबरोले गांव का है। आरोपी की पहचान एक के वीरबाबू के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि गांव के सरपंच और सचिव ने उसे जहरीला इंजेक्शन देकर कुत्तों को मारने के लिए कहा था। कुत्तों की मौत के बाद एनिमल राइट ग्रुप में गुस्सा है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
सिद्दीपेट में 100 से ज्यादा आवारा कुत्तों की मौत
इससे पहले तेलंगाना में ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां सिद्दीपेट जिले के थिगुल गांव में 100 से ज्यादा आवारा कुत्तों की जहर देकर हत्या कर दी गई थी और उन्हें खाली कुएं में फेंक दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरपंच और सचिव ने सभी आवारा कुत्तों को जहरीला इंजेक्शन देकर मारने के आदेश दिए थे।
यह घटना 27 मार्च को हुई थी। इसके बाद हैदराबाद के एक कार्यकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कार्यकर्ता का कहना था कि यहां पिछले तीन महीनों में करीब 200 आवारा कुत्ते मारे गए हैं। इससे पहले भी 2019 में सिद्दीपेट शहर में लगभग 100 कुत्तों को मार दिया गया था।
7 सालों में MP से गायब हुए दो लाख कुत्ते, नागालैंड में 4885% बढे़ आवारा कुत्ते
आवारा कुत्तों के हमलों से हर साल हजारों लोग घायल होते हैं। बीते सालों में कई राज्यों में आवारा कुत्तों की संख्या बढ़ी है, तो कई राज्यों में कम हुई है। पिछले 7 सालों में MP में आवारा कुत्तों की संख्या में करीब दो लाख घटी है। वहीं, नागालैंड में 4885% आवारा कुत्तों की आबादी में बढ़ी है। साल 2012 में नागालैंड में मात्र सात आवारा कुत्ते थे और 2019 तक बढ़कर इनकी संख्या 342 पर पहुंच गई है। यह जानकारी दो महीने पहले लोकसभा में दी गई थी।
पिछले साल आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी जिले के लिंगापालम गांव पंचायत के सरपंच और सजिव ने करीब 300 कुत्तों को जहरीला इंजेक्शन देकर मार डाला था। इसके बाद गांव के तालाब के पास गड्ढा खोदकर सभी कुत्तों को वहां दफना दिया। यह मामला तब सामने आया जब एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट चल्लापल्ली श्रीलता ने 29 जुलाई को पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
कुत्तों से परेशान थे लोग, इसलिए मार डाला
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, लिंगापालम गांव में लोग कुत्तों से परेशान थे। गांव पंचायत ने इन्हें मार देना ही सही समझा। फाइट फॉर एनिमल्स एक्टिविस्ट श्रीलता ने बताया कि उन्होंने गांव का दौरा किया तो उन्हें तालाब के पास कुत्तों की डेड बॉडी सड़ती हुई दिखीं। गांव के लोगों ने उन्हें बताया कि पंचायत के कहने पर ऐसा किया गया।
जोधपुर में डॉक्टर ने कुत्ते को कार में बांधकर घसीटा
सिंतबर, 2022 में जोधपुर के एक डॉक्टर ने क्रूरता की हदें पार कर दीं। उसके घर में एक स्ट्रीट डॉग घुसा तो उसने डॉग को अपनी गाड़ी में बांधकर 5 किलोमीटर तक घसीटा। इससे कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया। उसका पैर फ्रैक्चर हो गया और उसकी स्किन तक फट गई।