
कलीनगर क्षेत्र के नौजल्हा नकटाहा के ग्रामीणों व प्रधान ने कोटेदार के मनमानीयो से परेशान होकर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर मदद की गुहार लगाई है।दरअसल ग्रामीणों ने अप्रैल 2020 में लाकडाउन के शुरुआत में कोटेदार द्वारा राशन की घटतौली व मनमाफिक रूप से अत्याधिक दर पर सरकारी राशन बांटने की शिकायत जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को शिकायत किया था। जिसके उपरांत पूर्ति निरीक्षक द्वारा जांच में कोटेदार पर लगे आरोप सही पाया गया था। मामले में कोटेदार को आरोप पत्र दायर कर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, परंतु कोटेदार ने अपने प्रभाव व सिफारिश लगाकर खुद को अस्वस्थ बताकर कोटा निलंबित करवा लिया था।
यही नहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि निलंबित कोटेदार ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके कोटे को 500 मीटर दूर स्थित गभिया के कोटे से संबद्ध न कराके करीब 4 किलोमीटर दूर स्थित बूंदीभूड़ गांव में संबद्ध कर दिया, जहां पहुंचने हेतु ग्रामीणों को कीचड़ भरे दलदली सड़क व पीलीभीत टाइगर रिजर्व के तेंदुआ व बाघ प्रभावित क्षेत्र से होकर गुजरना पड़ता है। यही नहीं संबद्ध बूंदीभूड़ का कोटेदार के संबंध में भी ग्रामीणों का कहना है कि उक्त कोटेदार भी मौके का फायदा उठाकर जमकर घटतौली करने के साथ ही जमकर अत्याधिक मुल्य वसुल रहा है।उक्त मामले में सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रधान के साथ मिलकर शपथ-पत्र के साथ जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच कराकर नवीन कोटेदार नियुक्त किए जाने की प्रार्थना किया है।










