
—ठंड और धुंध में सुबह स्कूल जाने में बच्चे कुनमुनाए,गलन ने भी दी दस्तक
वाराणसी । उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में सोमवार को सुबह 8.30 तक घने कोहरे की चादर जमीन से लेकर आसमान तक तनी रही। सड़कों पर घने कोहरे के चलते चंद कदम की दूरी भी धुंधली नजर आ रही थी। मौसम विभाग के चेतावनी के अनुरूप ही शनिवार शाम से कोहरे छाने लगा था। रात गहराने के साथ कोहरा और घना होता चला गया। घने कोहरे और सर्द मौसम में सुबह स्कूल जाते समय छोटे बच्चे कुनमुनाते (नाराजगी जाते) दिखे। वहीं,कई बच्चों को जबरन अभिभावक स्कूल ले जाते दिखे।
घने कोहरे के चलते वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई। सुबह आठ बजे तक चार पहिया वाहन चालक फॉग लाइट जलाकर चलते नजर आए ,वहीं बाइक चालकों को वाहन चलाने में परेशानी हो रही थी। बीएचयू के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार फिलहाल आने वाले दिनों में मौसम में किसी प्रकार के बदलाव की संभावना नही है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे पुरवा हवा चलेगी और बादल छाए रहेंगे। आने वाले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2–3 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। इसके बावजूद कोहरा पूर्वांचल में और घना हो सकता है।पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद मैदानी भागों में गलन और बढ़ेगी।
सोमवार को सुबह 10 बजे वाराणसी में अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रही। दृष्यता शून्य फीसद तो आद्रता 54 फीसद रही। बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर,घने कोहरे के बावजूद गंगाघाटों पर पर्यटकों की भीड़ दिखी। सुबह साइबेरियन पक्षियों की कोलाहल के बीच लोग गंगा में नौकायन कर उन्हें दाना भी चुगाते रहे। मीरघाट के नाविक दिनेश मांझी और पप्पू साहनी ने बताया कि ऐसे मौसम में गंगा किनारे विदेशी पर्यटकों की आमद होती है। पर्यटक गंगा में भ्रमण के साथ सुबहे बनारस के नजारे को देखने के साथ इसे अपने कैमरे में भी उतारते हैं । रोजी—रोटी के चक्कर में हमलोग भी भोर में ही नौका संचालन की तैयारी करने लगते हैं ।














