तेजेन्द्र सिंह
बुलंदशहर । थाना औरंगाबाद निवासी सन्दीप शर्मा ने जनपद के मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर ओर कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया है कि 9 मार्च को पीड़ित ने एआरटीओ कार्यालय से एग्जाम पास करने के उपरांत ड्राइविंग लाइसेंस अप्लाय करवाया जो भारतीय डाक के ट्रेक नंबर eu553394820in के अनुसार 25 मार्च को जनपद के मुख्य डाकघर में आ चुका था किन्तु इस डाक पार्सल को जनपद के मुख्य डाकघर से ओलिना पोस्ट ऑफिस के सहारे पीड़ित के घर तक पैकेज पहुँचाना था , किन्तु पीड़ित के अनुसार बताया गया कि डाक सेवा के माध्यम से पार्सल को ओलिना पोस्ट ऑफिस तक पहुचा ही नही गया। ट्रेकिंग के अनुसार मुख्य डाकघर से पार्सल वापस कर दिया गया जिसके चलते पीड़ित को आवागमन हेतु ड्राइविंग लाइसेंस की कमी होने के कारण वाहन चलाने में अवरोध पैदा हो रहा है । इस विषय की शिकायत जनपद के मुख्य पोस्टमास्टर को पीड़ित दुआरा लिखित में दी गई किन्तु पोस्टमास्टर ने पीड़ित ओर उसके पिता को दबंगई दिखाते हुए ओर जबरन धक्के मारते हुए मुख्य डाक ऑफिस से बाहर निकलवा दिया साथ ही कोर्ट में दावा लड़ने की सलाह तक दे डाली।
ताज्जुब होगा कि मुख्य डाकघर में पीड़ित के पते की जानकारी किसने दी जिसके कारण पार्सल को वापस किया गया जबकि पीड़ित का कहना है कि ट्रेकिंग नंबर के आधार पर उसका पता ठीक बताया जा रहा है जिसके चलते पीड़ित ने प्रदेश के डाक विभाग उच्च अधिकारियों से इस विषय की शिकायत को अभ्र्त्ता का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करवाये जाने हेतु प्रार्थना पत्र भी जा चुका है । किन्तु डाकविभाग की ऐसी लापरवाही के कारण आये दिन पीड़ित अपने पार्सल को लेने के लिए मुख्य डाकघर के चक्कर लगाते है किन्तु उन्हें भी बेइज्जत कर वापस करने की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है और प्रदेश सरकार के ऊपर कही न कही।