भास्कर समाचार सेवा
हाथरस/सिकंदराराव। तहसील सिकंदराराव प्रशासन का अदभुत और चौकाने वाला कारनामा सामने आया है। विकासखंड हसायन क्षेत्र के गांव छीतीपुर निवासी अमित कुमार शर्मा पुत्र जगदीश प्रसाद ने तहसील प्रशासन से आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था। अमित कुमार शर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया कि तहसील प्रशासन के द्वारा उसका आय प्रमाण पत्र तो नहीं बनाया गया पर उसे रिजेक्ट कर दिया गया और रिजेक्ट का कारण लिख दिया गया है कि वह जीवित नहीं है। वह मृत हो चुका है। वही सीधे-सीधे उसने आरोप हल्का लेखपाल पर लगाया है, जिनके द्वारा तहसील प्रशासन को जांच सौंपी गई है कि वह जीवित ही नहीं है। वही बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री के द्वारा देहात क्षेत्र में ग्रामीणों को घर बैठे सुविधाएं देने के लिए तरह तरह से प्रयास किए जा रहे हैं और सुविधाएं विकसित की जा रही हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को घर बैठे ही तहसील से संबंधित सभी कार्य हो जाए। लेकिन सम्बंधित तहसील प्रशासन की यह कार्य प्रणाली किस ओर इशारा करती है यह सोचने वाली बात है। अब देखना यह होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस लापरवाही के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं और क्या कार्रवाई करते हैं? जिससे भविष्य में कर्मियों के द्वारा ऐसी गलती ना की जाएं जिससे ग्रामीण अंचल के युवा दर-दर भटकने को मजबूर रहे। वहीं जब इस मामले को लेकर उपजिलाधिकारी अंकुर वर्मा से बात की गई तो दैनिक भास्कर को उन्होंने बताया कि मामला गंभीर है, और कहीं न कहीं चूक हुई है। मामले की गहनता से जांच हेतु तहसीलदार और नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित की गई है, जिसको दो दिनों में गहनता से जांच कर रिपोर्ट देने को निर्देशित किया गया है। जांच में जो भी दोषी पाए जायेंगे उन पर कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
खबरें और भी हैं...