उत्तरकाशी के धराली में चारों ओर तबाही का मंजर…जानें कैसे मंगल का दिन लोगों लिए बन गया ‘अमंगल’

उत्तराखंड के उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने के बाद तबाही ही तबाही नजर आ रही है. सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और बाकी टीमें बिना रुके, बिना थके जी-जान से रेस्क्यू में लगी है, ताकि वहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सकें. रेस्क्यू टीमों के जज्बे की बदौलत अब तक 150 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. वहीं बाकी टीमें जो मदद के लिए पहुंच रही है वो भूस्खलन की वजह से रास्ते में फंसी है क्योंकि भटवाड़ी में उत्तरकाशी-हर्सिल का रास्ता पूरा का पूरा बह चुका है, जिसे जल्द से जल्द बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि बाकी टीमें भी मौके पर पहुंच सके. कई टीमों को स्टैंडबाय पर है जो हर हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

इसके साथ ही एनडीआरएफ अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कई टीमें इस वक्त एयरपोर्ट भी मौजूद है. पीएम मोदी ने धराली की तबाही के बारे में सीएम धामी से सारी जानकारी ली. पीएम मोदी ने हरसंभव मदद का पूरा भरोसा दिया है, सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पीएम मोदी खुद यहां हो रहे रेस्क्यू पर नजर बनाए हुए हैं.

Uttarakhand Cloudburst LIVE News: गंगोत्री नेशनल हाईवे पर BRO का पुल टूटा

उत्तरकाशी धराली आपदा को 24 घंटे से भी ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन की टीम अब तक आपदाग्रस्त इलाकों में नहीं पहुंच पाई है. कारण है गंगोत्री नेशनल हाईवे कई जगह वास आउट हुआ है तो वही गंगानी के पास गंगोत्री नेशनल हाईवे पर बना BRO का पुल भारी मलबा पत्थर और बादल फटने के कारण बह गया है. जिस कारण हर्षिल, धराली और गंगोत्री जाने वाला नेशनल हाईवे भारी तबाही के कारण बंद हो गया है. दूसरी तरफ चीन सीमा तक जाने वाली सड़क और गंगोत्री जाने वाली सड़क का भी जिला मुख्यालय से पूर्ण रूप से संपर्क कट गया है. जिसको बनने में एक हफ्ते से भी ज्यादा का समय लगेगा. धराली हर्षिल आपदा ग्रस्त इलाकों में जाने के लिए प्रशासन हेली सेवा के जरिए ही जा सकेगा. अब देखना होगा कब तक मौसम साफ होता है और धराली में आपदा ग्रस्त इलाकों में राहत और बचाव कार्य पहुंचाया जाएगा. गंगोत्री नेशनल हाईवे गंगानी नाग मंदिर के पास जो नेशनल हाईवे पर BRO का पुल टूटा है.

धारली त्रासदी पर पीएम से मिले उत्तराखंड बीजेपी के सांसद

उत्तराखंड के बीजेपी सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उत्तरकाशी हादसे पर चर्चा की. पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि राज्य और केंद्र सरकार मिलकर राहत कार्य चला रही हैं और उन्होंने खुद इस अभियान की निगरानी की बात कही. उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार जरूरत पड़ने पर हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी.

 धराली की तबाही और रेस्क्यू पर पीएम मोदी की नजर

इस वक्त धराली में जो रेस्क्यू चल रहा है, उस पर पीएम मोदी की भी नजर है, ताकि कहीं किसी तरह की कोई कोताही न हो. पीएम मोदी पहले ही सीएम धामी को फोन कर धराली से हुई तबाही की जानकारी ले चुके हैं.

धराली से एक शव बरामद

धराली से एक शव बरामद कर लिया गया है, बताया जा रहा है कि 50 से ज्यादा लोग लापता है, जिनकी तलाश जारी है. लेकिन खराब मौसम की धराली के रास्ते में भूस्खलन की वजह से रास्ता बंद है, जिस वजह से टीम रास्ते में ही फंसी हुई है.

धराली में तबाही के बाद 100 से ज्यादा लोग लापता, एनडीआरएफ ने दिया ये अपडेट

एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शहीदी ने कहा, “करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. जहां तक जानकारी है, चार लोग मृत पाए गए हैं और 100 से ज़्यादा लोग लापता हैं. हम अभी भी स्थानीय प्रशासन से पुष्टि का इंतज़ार कर रहे हैं… एनडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गई हैं…”

ITBP और एयरफोर्स का युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन

बादल फटने और सैलाब की तबाही के बाद, उत्तरकाशी के धराली में चारों ओर से मलबे और पानी में घिर गया है. रास्ते टूट चुके हैं, संपर्क कट चुका है, लेकिन राहत और बचाव की कोशिशें पूरी जी-जान से चल रही हैं. भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और स्थानीय लोग — सभी एजेंसियां मिलकर हर जान को बचाने के लिए जी-जान से जुटी हैं.

धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

धराली में बादल फटने से जहां भारी तबाही हुई है, वहां पूरी जी-जान से रेस्क्यू चल रहा है. हालांकि कुछ टीमें रास्ते में फंसी हुई है क्योंकि भूस्खलन की वजह से रास्ते बंद है. लेकिन रास्ते को जल्द से जल्द खोलने की कोशिश की जा रही है. आईटीबीपी के जवान हर कीमती जान को बचाने में लगे हैं.

 उत्तरकाशी में कई जगहों पर भारी बारिश

उत्तरकाशी में लगातार इस वक्त कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कत आ रही है. सड़कें भी खोलने में काफी परेशानी आ रही है क्योंकि बारिश की वजह से लगातार मलबा नीचे गिर रहा है. मीडिया लगातार पैदल जाने का प्रयास कर रही है, जहां यह हादसा हुआ है, लेकिन बारिश और खराब मौसम रेस्क्यू ऑपरेशन और सड़कों पर काफी तरह की परेशानी खड़ी कर रही है.

उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड

उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे जगह-जगह लैंडस्लाइड और सैलाब की वजह से बंद हो गया है. कई स्थानों पर सड़कें पूरी तरह बह चुकी हैं — कहीं 100 मीटर, तो कहीं 200 मीटर तक रास्ता गायब है.  बीआरओ की टीम लगातार हाईवे को खोलने की कोशिश कर रही है, लेकिन तबाही का मंजर बेहद भयावह है.

सीएम धामी धराली के लिए रवाना

देहरादून: उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उत्तरकाशी के धराली गांव में स्थिति का जायजा लिया, जहां कल बादल फटने से भारी तबाही हुई. सीएम धामी धराली के लिए रवाना हो गए हैं.

धराली के हालात पर पीएम मोदी ने की सीएम धामी से बात

उत्तराखंड CMO ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उत्तराखंड जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई आपदा और राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली. मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार पूरी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है. लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ काम कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके. प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया

भटवारी क्षेत्र में सड़क क्षतिग्रस्त, धाराली ने पहुंच पा रही रेस्क्यू टीमें

उत्तराखंड: उत्तरकाशी के धराली में कल बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद भटवारी क्षेत्र में सड़क क्षतिग्रस्त हो गई और वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई.

हिमाचल में कई जिलों में स्कूल बंद

शिमला जिला में देर रात से हो रही भारी बारिश के चलते आज, शिमला, चौपाल, ठियोग, कुमारसेन,   स्कूलों व शिक्षण संस्थानों में  जिला प्रशासन ने छुटी  की घोषणा की

ऋषिकेश हाईवे पर लैंडस्लाइड

ऋषिकेश से आगे उत्तरकाशी जाते हुए हाईवे पर एसडीआरएफ की टीम लैंड स्लाइड की वजह से फंसी हुई है.लगातार बारिश हो रही है.आगे भी लैंड स्लाइड हो रखी है, जिस वजह से रास्ता ब्लॉक हो गया है.

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से अब तक कितनी तबाही

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने, फ़्लश फ्लड से अब तक 192 की मौत, 36 अभी भी लापता, 1,750 करोड़ पार कर गया नुकसान का आंकड़ा. हिमाचल प्रदेश में 20 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 192 लोगों की मौत, 301 घायल और 36 लोग लापता चल रहे हैं। सबसे अधिक 42 लोगों की मौत मंडी जिले में हुई है और सबसे अधिक 27 लोग भी इसी जिले से लापता हैं। राज्य को अब तक 1,753 करोड़ रुपए की चपत लग चुकी है, जिसमें लोक निर्माण विभाग को 888 करोड़ व जल शक्ति विभाग को 618 करोड़ तथा बिजली बोर्ड को 139 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है।\

उत्तरकाशी के नालूपानी के पास लैंडस्लाइड

उत्तरकाशी के नालूपानी के नज़दीक हाईवे पर लैंडस्लाइड होने के वजह से बंद हो गया है..

उत्तरकाशी के धराली में सेना का बचाव अभियान तेज

कमांडिंग अफसर कर्नल हर्षवर्धन की अगुवाई में उत्तरकाशी जिले के धराली में बचाव अभियान तेजी से चल रहा है.उन के साथ 150 जवानों की टीम मलबे में जिंदगी तलाशने में जुटा है. जवानों की अतिरिक्त टीमें, खोजी कुत्ते, ड्रोन और धरती के अंदर जिंदगी खोजने वाले अर्थमूविंग उपकरण भी भेजे जा रहे हैं.

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में NH-05 निगुलसरी के पास हाईवे पर चट्टाने गिरने से  पूरी तरह बंद 

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पिछले दो दिनों से भारी बारिश के कारण निगुलसरी NH-05 पर भारी भूस्खलन हुआ है सड़क पर चट्टानों गिरने से बन्द हो गया है. आज सुबह कई बड़े-बड़े  चट्टानें सड़क पर गिरने से मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। किन्नौर पुलिस व जिला प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध है कि यदि अति आवश्यक न हो तो इस मार्ग पर यात्रा करने से बचें.

भटवाड़ी में सड़क धंस गई, आगे पहुंचना मुश्किल

टवाड़ी में गंगोत्री नेशनल हाईवे का 30 मीटर का हिस्सा धंस चुका है. जिसकी वजह से रेस्क्यू टीमें भी आगे नहीं पहुंच पा रही हैं. इसके अलावा आगे भी कई जगह पर गंगोत्री नेशनल हाईवे टूटा हुआ है. भटवाड़ी से लगभग 50 किलोमीटर दूर घरावी गांव है, जहां पर रेस्क्यू टीमों को पहुंचना है. एनडीटीवी की टीम लगातार रात भर चलते हुए भटवाड़ी पहुंची है. लेकिन इसके आगे  सड़क धंसने की वजह से नहीं जा पा रही है. वही आईटीपी के जवान भी रास्ता बंद होने की वजह से आगे नहीं जा पा रहे हैं.

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