कानपुर । भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने नोएडा में रविवार को काशीराम की जयंती पर अपनी पार्टी नई पार्टी का एलान कर दिया। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम आजाद समाज पार्टी’ रखा है और सैकड़ों सपा, बसपा और रालोद के नेताओं ने पार्टी का दामन थामा। इनमें कानपुर की कल्याणपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके पूर्व बसपा नेता दीपू निषाद भी रहे। उन्हें कानपुर में पार्टी को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गयी है। जिला पंचायत सदस्य दीपू निषाद ने फोन पर बताया कि कानपुर में आजाद पार्टी अगला विधानसभा चुनाव मजबूती के साथ लड़ेगी।
सहारनपुर में साल 2017 में राजपूतों और दलितों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में चर्चा में आये भीम आर्मी प्रमुख चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने हाल ही में भारत बंद कर अपनी ताकत का एहसास कराया था। रावण ने आज 15 मार्च को बसपा के संस्थापक रहे काशीराम की जयंती पर नोएडा में अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान किया और पार्टी का नाम रखा आजाद समाज पाटी। नई पार्टी में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस और आरएलडी के करीब सौ से अधिक नेता पहुंचे और आजाद ने पार्टी में शामिल कराया। इनमें कानपुर की कल्याणपुर विधानसभा सीट पर बसपा से पिछला चुनाव लड़ चुके जिला पंचायत सदस्य दीपू निषाद उर्फ सागर भी रहे। दीपू सागर ने फोन पर बताया कि चन्द्रशेखर आजाद बसपा का अब उत्तर प्रदेश में कोई जनाधार नहीं रह गया है।
बसपा प्रमुख मायावती पार्टी के विचारों से इतर हो चुकी हैं और चन्द्रशेखर काशीराम के सिद्धांतों पर चल रहे हैं और वह काशीराम को आदर्श मानते हैं। कहा कि मायावती की अब दलित राजनीति नहीं चलने वाली है और कानपुर में पार्टी को मजबूत किया जाएगा। पंचायत चुनाव के साथ अगला विधान सभा चुनाव आजाद पार्टी उत्तर प्रदेश में मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि अब दलित मतदाता पूरी तरह से आजाद पार्टी से जुड़ेगा और सिद्धांतों से समझौता करने वाली मायावती को आइना दिखाया जाएगा। बताया कि जल्द की कानपुर में पार्टी की इकाई का गठन किया जाएगा और जनता के बीच पार्टी की विचारधारा को ले जाया जाएगा।