गोंडा, प्रकृति से जुडी आर्युवेदिक इलाज को गोंडा में बढावा मिलने जा रहा है, यहां पर तीन अस्पताल के भवन बनकर तैयार है और पांच अस्पातल के लिए जमीन मिलने के बाद बजट के लिए प्रस्ताव निदेषक मिषन आयुर्वेद लखनउ को भेजा गया है।उधर मंडल को 13 नये डाक्टर मिलने से अस्पतालों के संचालन को बल मिलेगा। यह जानकारी क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा अरूण कुमार कुरील ने दैनिक भास्कर को दी।
कोरोना काल में काढा से विभाग की छवि उभरी है और केंद्र व राज्य सरकार आयुर्वेद को मजबूती दे रहा है। गोंडा में वजीरगंज के मझगवा, झझरी के बहलोलपुर व हलधरमउ में धोबहाराय में नये अस्पताल के लिए भवन बनकर तैयार हो गया है। पांच नये अस्पताल के भवन के लिए जमीन मिल गयी और इनके प्रस्ताव निदेषक लखनउ को भेजा गया है। इनमें वैनिया पडरीकपाल, दर्जीकुंआ झंझरी, सर्वागंपुर कटराबाजार, दतौली मनकापुर, टिकरी नबाबगंज षामिल है, बजट मिलते ही यहां भवन का काम षुरू हो जाएगा। कुरील ने बताया कि बलरामपुर में तीन डाक्टर, श्रावस्ती में एक, बहराइच में दो व गोंडा के सात डाक्टरों को नियुक्तपत्र मिला है, यह नियुक्तपत्र आयुक्त योगेष्वरराम व डीएम नेहा षर्मा ने दी। षासन स्तर से अस्पताल का वितरण होगा।