कोरोना पर सख्ती : कानपुर में 8 विदेशी सहित 54 जमातियों पर कसा शिकंजा, केस दर्ज

  • कोरोना की जानकारी छुपाने वालों की सूची बना रही पुलिस

कानपुर । लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है, पर कानपुर नगर जनपद में इसके संक्रमण की चेन टूटने का नाम ही नहीं ले रही है। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। ऐसे में अब पुलिस ने सख्त रवैया अख्तियार किया है और उन लोगों की सूची बना रही है जो कोरोना ग्रसित होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दी, जिससे अन्य लोग भी चपेट में आये। इसी क्रम में पुलिस ने आठ विदेशी सहित 54 जमातियों के खिलाफ अलग-अलग थाना में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 22 मार्च को कानपुर सहित 15 जनपदों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। लॉकडाउन के पहले ही दिन यानी 23 मार्च को कानपुर में पहला कोरोना पॉजिटिव का केस सामने आ गया था। इसके बाद दिल्ली के मरकज से आये जमातियों ने कानपुर नगर में ऐसा कहर ढ़ाया कि आज तक इससे कानपुर उबर नहीं सका और बराबर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। अब तो कानपुर नगर जनपद में पौने तीन सौ मरीज हो चुके हैं। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को लेकर स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन की नींद उड़ी हुई है

। इन सबके बीच अब पुलिस ने सख्ती बरतना शुरु कर दिया। एक तरफ जहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ कानपुर में कहर ढ़ाने वाले जमातियों पर मुकदमा भी दर्ज किया जा रहा है। इस कार्रवाई के पीछे पुलिस का मानना है कि अभी भी जो लोग संक्रमित हैं और जांच नहीं करा रहे हैं वह लोग जांच के लिए आगे आएंगे, जिससे कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके। पुलिस ने अब तक की जांच में पाया कि एक-एक कोरोना मरीज दर्जनों लोगों को अपनी चपेट में लिया है। इसी के चलते पुलिस ने अब कार्रवाई का मन बना लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया कि जनपद के बाबूपुरवा, कर्नलगंज, ग्वालटोली, अनवरगंज, नौबस्ता और सजेती थानों में आठ विदेशी सहित 54 जमातियों पर लॉक डाउन के उल्लंघन पर धारा 188 और तीन महामारी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। इन विदेशियों में चार अफगानी, तीन ईरानी और दो यूके के नागरिक हैं। इनमें छह में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि भी हो चुकी है और अस्पताल में इलाज के बाद इन्हे अस्थाई जेल चौबेपुर में रखा गया है। बताया कि जिन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है उनमें ज्यादातर अस्थाई जेल चौबेपुर में क्वारंटाइन हैं, और बचे हुए लोग दूसरी जगहों पर क्वारंटाइन में रह रहे हैं।

एक जमाती ने 75 को किया संक्रमित

जमातियों ने शहरवासियों को किस तरह से संक्रमित किया है इसका एक ही उदाहरण काफी है, जो उसकी हिस्ट्री से पता चली। बिजनौर के रहने वाले एक जमाती के संपर्क में आने से सीधे-सीधे 55 लोग प्रभावित हुए थे, जबकि चेन में 20 अन्य भी पॉजिटिव पाए गए। बताया गया कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज से होकर शहर में बिजनौर से आई जमात अनवरगंज की शेख लल्लन वाली मस्जिद में क्षेत्र में ठहरी थी। इन्ही में एक कोरोना पॉजिटिव था। एक अप्रैल को आई रिपोर्ट में वह संक्रमित पाया गया। इस जमाती की ट्रेवल हिस्ट्री कहती है कि इसके संपर्क में आकर 15 अप्रैल को कुली बाजार निवासी चार लोग, सात लोग 18 अप्रैल, पांच लोग 19 अप्रैल, 16 मदरसा छात्र 23 अप्रैल और मदरसा कुली बाजार के 23 मदरसा छात्र 24 अप्रैल को संक्रमित पाए गए थे। इस तरह से इस अकेले जमाती के संपर्क में आकर 55 लोग संक्रमित हुए। इसके अलावा बिजनौर के जमाती से संपर्क में आकर कुली बाजार का सब्जी विक्रेता संक्रमित हुआ था, जिसकी रिपोर्ट भी 15 अप्रैल को आई थी। इस सब्जी विक्रेता के संपर्क में आकर कुली बाजार का ही एक और सब्जी विक्रेता 19 अप्रैल को संक्रमित हो गया। 19 अप्रैल के इस संक्रमित मरीज ने 19 अन्य लोगों तक संक्रमण पहुंचाया। इस तरह से बिजनौर के इस जमाती की चेन से 75 लोग संक्रमित हुए।

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